स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण के खुलासे के बाद बॉलीवुड अभिनेता विन्दू दारा सिंह को एहसास हो गया था कि जल्द ही वो भी इसकी फांस में फंसने वाले हैं. इस वजह से उन्होंने मामले से जुड़े सबूत मिटा डाले. ये आरोप लगाए हैं मुंबई पुलिस ने.
मुंबई पुलिस ने खुलासा किया है कि विन्दू ने अपने आई पैड से बुकी के साथ लेन-देन की कई फाइलें मिटा दी. फिलहाल यह आई पैड मुंबई पुलिस ने कब्जे में है. पुलिस को शक है कि इन फाइलों में बुकी संजय और पवन जयपुर के अलावा गुरुनाथ मयप्पन और अन्य लोगों के साथ पैसे के लेन-देन की जानकारी थी.
फाइलों को फिर से हासिल करने के लिए क्राइम ब्रांच ने साइबर एक्सपर्ट की मदद मांगी है. हालांकि, अब तक इसमें ज्यादा सफलता नहीं मिली है. इस बीच, बुधवार को गुरुनाथ मयप्पन की कोर्ट में पेशी हुई. कोर्ट ने उन्हें 31 मई तक पुलिस हिरासत में भेजा दिया.
एक तरफ गुरुनाथ की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं तो दूसरी तरफ उनके ससुर और बीसीसीआई चीफ एन श्रीनिवासन के खिलाफ विरोध के सुर और बुलंद हो रहे हैं. बीसीसीआई उपाध्यक्ष अरुण जेटली और आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला ने उन्हें जांच प्रक्रिया से दूर रहने की नसीहत दी है. हालांकि, श्रीनिवासन का 'कुर्सी प्रेम' अब भी जारी है.
श्रीलंका प्रीमियर लीग में भी स्पॉट फिक्सिंग?
मुंबई पुलिस को शक है कि फिक्सिंग प्रकरण से जुड़े सट्टेबाजों के तार श्रीलंका प्रीमियर लीग से भी जुड़े हैं. पुलिस की मानें तो SPL की एक फ्रेंचाइजी में बुकी संजय और पवन जयपुर का पैसा लगा है. इसका खुलासा विंदू दारा सिंह से पूछताछ में हुआ. विंदू ने बताया है कि ये दोनों सट्टेबाज एक टीम के बेनामी मालिक हैं. सूत्रों का कहना है कि अगर यह जानकारी सही है तो SPL में भी फिक्सिंग किए जाने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता. मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए बुकी प्रेम तलरेजा ने बताया है कि उसने बुकी टीकू मंड की मदद से SPL में फिक्सिंग की थी.
असद रऊफ बोले, मैं पाक साफ
इस दौरान फिक्सिंग प्रकरण में नाम आने के बाद आईसीसी अंपायर असद रऊफ ने पहली बार मीडिया के सामने आकर अपना बचाव किया है. असद रऊफ ने कहा है कि मैंने कभी फिक्सिंग नहीं की. इस मामले की जांच आईसीसी करे. मेरा किसी भी बुकी से कोई संबंध नहीं है.
आपको बता दें कि विंदू के पूछताछ में पता चला था कि असफ रऊफ भी काली कमाई की इस खेल का हिस्सा थे. इस बाबत मुंबई क्राइम ब्रांच उनसे पूछताछ करने वाली थी. जिसके बाद, आईसीसी ने उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी के अंपायर पैनल हटा दिया था. और असफ रऊफ आईपीएल बीच में ही छोड़कर पाकिस्तान लौट गए थे.