अलग राज्य की मांग को लेकर पश्चिम बंगाल का दार्जिलिंग हिंसा की आग में झुलस रहा है. रविवार को भी गुस्साए लोगों ने सरकारी इमारतों में तोड़-फोड़ और आगजनी की.
गोरखालैंड समर्थकों ने एक पुलिस चौकी के अलावा टॉय ट्रेन स्टेशन में आगजनी की. पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने रविवार सुबह कुरसियोंग में प्रखंड कार्यालय को आग लगा दी, जिसमें इमारत का एक हिस्सा जल गया.
बताया जा रहा है कि सुरक्षाबलों से झड़प में गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट के तीन सदस्यों की मौत हो गई. इनमें समीर गुरुंग, सूरज सुंदास और ताशी भूटिया शामिल हैं. गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग का आरोप लगाया है. जबकि सीआरपीएफ और पुलिस ने आरोपों से इनकार किया है.
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के समर्थकों ने शनिवार को भी उत्पात मचाया था. गुस्साई भीड़ ने एक पुलिस चौकी और कई सरकारी कार्यालयों में तोड़फोड़ और आगजनी की थी. गोरखा समर्थक पुलिस कार्रवाई पर गुस्सा हैं. हालांकि पुलिस ने ऐसी घटना से इनकार किया है.
वहीं जीजेएम के अलावा गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (जीएनएलएएफ) ने मृतक ताशी भूटिया को अपनी-अपनी पार्टी का समर्थक बताया है. बता दें कि अलग राज्य की मांग को लेकर पिछले एक महीने से दार्जिलिंग में प्रदर्शन हो रहे हैं.