केरल में बाढ़ की वजह से अब तक 350 से भी ज्यादा मौतें हो चुकी हैं. सोशल मीडिया पर रोजाना केरल की आपदा की दिल को झकझोर देने वाली तस्वीरें वायरल हो रही हैं. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक ऐसी तस्वीर वायरल होने लगी जिसमे दिखाई दे रहा है कि दो लाइन मैन भारी बारिश में बिजली के पोल पर चढ़कर मरम्मत कर रहे हैं. मंगलवार को गुजरात कैडर के आईपीएस संजीव भट्ट ने भी इस फोटो को ट्वीट किया. संजीव का कहना है कि:
''केरल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड के कर्मचारी भारी बारिश के बावजूद भी बिजली की समस्या दूर करने की कोशिश कर रहे हैं. यह तस्वीर 5 दिन पहले ली गई थी. अब आप जान गए होंगे कि मोदी और उनकी संघी ठग केरल से नफरत क्यों करते है."
इसमें कोई शक नहीं कि केरल में आई इस आपदा से निपटने के लिए सेना, एनडीआरएफ और बाकी के राज्य कर्मचारी पूरे जी जान से काम कर रहे हैं. लेकिन केरल की बाढ़ के नाम पर सोशल मीडिया पर आजकल कई तरह के फर्जी फोटो या फिर पुरानी तस्वीरें शेयर की जा रही हैं. कुछ दिन पहले ही एक फोटो सोशल मीडिया पर शेयर हो रही थी जिसमें कुछ विदेशी सैनिकों को भारत के सैनिक बताया जा रहा था. इंडिया टुडे ने इस पर खबर भी की थी .
जब हमने इस फोटो की सच्चाई जानने के लिए इसे गूगल पर रिवर्स सर्च किया तो पता चला कि इसी तस्वीर को MATHRUBHUMI नाम की एक वेबसाइट ने अक्टूबर 2016 में अपनी एक खबर में इस्तमाल किया था. यह खबर केरल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड के एक प्रोजेक्ट 'ऊर्जाद्यूत' के बारे में थी.
आप इस खबर को इस लिंक पर जाकर देख भी सकते हैं.
अगर आप फोटो को ध्यान से देखें तो बिजली के खंबे के पीछे दिवार पर और स्टेट बैंक के बोर्ड पर मलयालम भाषा में कुछ लिखा हुआ दिख रहा है.
कुछ न्यूज़ पोर्टल के मुताबिक केरल में आई भयानक बाढ़ की वजह से केरल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड को 820 करोड़ का घाटा हुआ है. इसी खबर को करते हुए कुछ न्यूज़ वेबसाइट ने इस वायरल फोटो का इस्तमाल किया है. शायद इसी वजह से लोग इस फोटो को अभी आई हुई बाढ़ से जोड़कर शेयर कर रहे हैं.
हमारी पड़ताल में यह बात साबित हो गई है कि यह फोटो केरल की ही है, लेकिन MATHRUBHUMI की खबर से यह बात भी साफ होे गई कि यह तस्वीर पुरानी है, इसका अभी आई हुई विनाशकारी बाढ़ से कोई नाता नहीं.