नजफगढ़ के सुल्तान वीरेंद्र सहवाग ने कर दिया है धमाका. सहवाग ने दिल्ली जिला क्रिकेट एसोसिएशन यानि डी डी सी ए में भारी पॉलिटिक्स का आरोप लगाते हुए दिल्ली से क्रिकेट खेलना छोड़ने की धमकी दी है. सहवाग ने आजतक को बताया कि चयन समिति से जुड़े मामलों में डीडीसीए क्रिकेट कमेटी का भारी दखल है.
सहवाग के मुताबिक क्रिकेट कमेटी इतनी ताकतवर हो गई है कि वो अपनी पसंद के दो तीन खिलाड़ियों को अंडर-16 और अंडर-19 रणजी टीम में चुनवाने की पूरी कोशिश करती है. सहवाग ने कहा कि दो-तीन चयनकर्ता अपने खिलाड़ियों को टीम में शामिल करने के लिए मिल जाते हैं और चयन समिति में वे और मुख्य चयनकर्ता अकेले पड़ जाते हैं.
ट्राई सीरीज और चैंपियस ट्रॉफी में नहीं खेल पाएंगे सहवाग
एक तरफ तो सहवाग दिल्ली से क्रिकेट खेलना छोड़ने की धमकी दे रहे हैं वहीं सहवाग न तो श्रीलंका में होने वाली ट्राई सीरीज और न ही चैंपियस ट्रॉफी में खेल पाएंगे. चयनकर्ताओँ के मुताबिक सहवाग का कंधा अभी पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है.
रविवार को जब टीम इंडिया का ऐलान हो रहा था तो वीरेन्द्र सहवाग रिब्बन काट विनोद कांबली की ऐकाडेमी का उदघाटन कर रहे थे. वीरू दिल्ली से तो चले थे बैंगलोर में फिटनेस टेस्ट देने के लिए लेकिन पहुँच गए मुंबई. साफ़ है की उनका फिटनेस टेस्ट होना ही नहीं था. शायद, कंधे की सर्जरी के बाद, उन्हें और बी सी सी आई को भी पता था की अगले कुछ महीनों तक मैदान की जगह स्टेज पर बैठने में ही समझदारी है.
खलेगी टीम इंडिया को सहवाग की कमी
कुछ भी हो, दिल्ली के इस धुरंदर की कमी टीम इंडिया को यकीनन खलेगी. ख़ासकर की दक्षिण अफ्रीका में होने वाली चैंपियंस ट्राफी में जहाँ गौतम गंभीर के साथ उनकी सलामी जोड़ी ने पहले कई बार कहर बरपाया है. वीरू के ज़बरदस्त फॉर्म का अंदाजा इन आंकडों से लगाया जा सकता है. पिछले 10 वनडे मैचों में उनके बल्ले से 62 से भी जयादा की औसत से 559 रन निकले हैं, जिसमे शामिल है दो सौ और तीन अर्धशतक.
यकीनन टीम इंडिया और वीरू, दोनों के लिए यह वक़्त चनौतीपूर्ण होगा. श्रीलंका दौरा और चैम्पियंस ट्राफी तो शुरुआत है. अगले कई महीनों तक भारत को लगातार क्रिकेट खेलनी है.