मध्य प्रदेश के सागर के रहने वाले और टीकमगढ़ से सांसद डॉ वीरेंद्र कुमार लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई सरकार का पहला बजट सत्र 17 जून से शुरू हो रहा है. इस दौरान डॉ वीरेंद्र कुमार नए निर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाएंगे. वीरेंद्र कुमार 1996 में पहली बार सांसद बने थे और मौजूदा समय में इस बार सातवीं बार लोकसभा सदस्य चुने गए हैं. उनकी वरिष्ठता को देखते हुए प्रोटेम स्पीकर बनाने का फैसला किया गया है.
डॉ वीरेंद्र कुमार का जन्म 27 फरवरी 1954 मध्य प्रदेश के सागर शहर में हुआ है. वीरेंद्र कुमार बचपन में परिवार के भरण-पोषण के लिए पिता के साथ साइकिल की दुकान पर पंक्चर भी बनाया करते थे. इस दौरान पढ़ाई भी चलती रही. अर्थशास्त्र में एमए और बाल श्रम संबंधी विषय पर पीएचडी किए हुए हैं. दलित समुदाय से आने वाले वीरेंद्र कुमार बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा के मध्य प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
वीरेंद्र कुमार 1996 में पहली बार सागर सीट से लोकसभा सदस्य चुने गए. इसके बाद 2004 तक लगातार चार बार इस सीट का प्रतिनिधित्व किया. लोकसभा क्षेत्रों का नया परिसीमन होने के बाद 2009 से लोकसभा के लिए टीकमगढ़ सीट से चुनावी जंग फतह किया और इस बार लगातार तीसरी बार इसी सीट जीत दर्ज की है. 2014 में मोदी सरकार में मंत्री भी रहे हैं.
जयप्रकाश नारायण के आंदोलन के दौरान वीरेंद्र कुमार 16 माह जेल में रहे. वीरेंद्र कुमार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में कई वर्षों तक सक्रिय कार्यकर्ता व पदाधिकारी रहे हैं. इसके अलावा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, विश्व हिंदू परिषद सहित बीजेपी में भी विभिन्न पदों पर रहे हैं.
वीरेंद्र कुमार गले में गमछा लपेटे सागर के सड़कों पर स्कूटर चलाते साफ नजर आते हैं. वीरेंद्र कुमार पुराने स्कूटर पर तो वो बगैर किसी तामझाम और सुरक्षा गार्ड के ही नजर आते हैं. हालांकि उनके पास एक्सयूवी गाड़ियां भी हैं, जिससे वो अपने संसदीय क्षेत्र का दौरा करते है.