तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने द्रमुक प्रमुख एम करुणानिधि के आरोपों को सिरे से खारिज किया. जयललिता ने साथ ही कहा कि वो करुणानिधि के खिलाफ मानहानि का केस करेंगी.
फिल्म 'विश्वरूपम' विवाद को लेकर करुणानिधि ने दावा किया था अन्नाद्रमुक का करीबी टीवी चैनल इस फिल्म के अधिकार खरीदना चाहता था लेकिन निर्माताओं ने यह कहकर मना कर दिया कि उन्होंने 100 करोड़ रुपये खर्च किया है. इसी के चलते फिल्म को रिलीज से भी रोका गया है.
जयललिता ने कहा, 'हमें हिंसा भड़कने की खुफिया जानकारी मिली थी. 524 थियेटरों को सुरक्षा कैसे दी जाए. इसके लिए हमें 56000 जवानों की जरूरत होगी. शांति ना बिगड़े ये हमारी जिम्मेदारी है. सरकार ने अपनी जिम्मेदारी निभाई है.'
जयललिता के मुताबिक, 'मेरा किसी टीवी चैनल से कोई संबंध नहीं है. चुनिंदा लोगों ने गलत आरोप लगाए हैं. आरोप लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. टीवी राइट के आरोप बेबुनियाद हैं.'
जयललिता ने कमल हसन के बयान के बारे में कहा, 'कमल हसन को अपना विचार रखने का हक है. उनके बयान से मुझे कोई नाराजगी नहीं है. मैंने फिल्म 'विश्वरूपम' नहीं देखी है. ना ही किसी संगठन से मेरी कोई मुलाकात हुई है. मुस्लिम संगठन की ओर से हमें एक ज्ञापन मिला था.'
जयललिता ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखना हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है.
इससे पहले ‘विश्वरूपम’ को लेकर चल रहे विवाद पर द्रमुक प्रमुख एम करुणानिधि ने बुधवार को इस बात पर आश्चर्य जताया था कि तमिलनाडु सरकार ने इस संकट के समाधान के लिये पहले क्यों कोई कदम नहीं उठाया.
पार्टी के मुखपत्र ‘मुरासोली’ में करुणानिधि ने लिखा था, ‘यद्यपि मद्रास उच्च न्यायालय के न्यायाधीश ने एक सर्वमान्य हल का सुझाव दिया था फिर भी तमिलनाडु सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया.’
करुणानिधि ने उन रिपोर्टों का हवाला दिया था जिसमें कहा जा रहा है कि अन्नाद्रमुक का करीबी टीवी चैनल इस फिल्म के अधिकार खरीदना चाहता था लेकिन निर्माताओं ने यह कहकर मना कर दिया कि उन्होंने 100 करोड़ रुपये खर्च किया है.
उन्होंने उन खबरों का भी उल्लेख किया था जिसमें कहा जा रहा था कि हाल ही में आयोजित एक कार्यक्रम में कमल हसन ने कहा था कि वे धोती पहने किसी तमिल व्यक्ति को प्रधानमंत्री बनते देखना चाहेंगे. उनका इशारा पी चिदंबरम की ओर था.
करुणानिधि ने सवाल किया था, ‘तमिलनाडु सरकार ने क्यों इस तरह का कड़ा कदम लिया और फिल्म पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया.’