मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कार्यकर्ताओं ने रविवार को केंद्रीय मंत्री और पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह को काले झंडे दिखाए. माकपा कार्यकर्ताओं ने हरियाणा के सुनपेड़ गांव में दो दलित बच्चों की मौत से संबंधित सिंह के एक बयान के खिलाफ उन्हें काले झंडे दिखाए.
वीके सिंह का विरोध जायज
सिंह ने इस मामले में कहा था कि हर घटना के लिए सरकार को जिम्मेदार नहीं ठहराना चाहिए. अगर कोई कुत्ते को पत्थर मार दे, तो क्या इसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी? माकपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि दलितों के खिलाफ अपमानजनक बातें कहने के बाद वीके सिंह का विरोध जायज है.
मंत्री पद से हटाने की मांग
सिंह अपनी आत्मकथा के हिंदी संस्करण का विमोचन करने के लिए आए थे. उन्हें हवाईअड्डे पर ही काले झंडे दिखाए गए. माकपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सिंह को मंत्री पद से हटाने की मांग की है.
इनपुट- IANS