लोकसभा चुनाव में बुरी तरह पराजित कांग्रेस पार्टी अब विचारधारा के धरातल पर दो टुकड़ों में बंटती दिख रही है. पार्टी के युवा अपने नेता राहुल गांधी का बचाव करने उतर गए हैं और पुराने नेताओं को चेतावनी दे रहे हैं कि वे नेतृत्व को चुनौती न दें. एक अंग्रेजी अखबार ने यह खबर दी है.
अखबार के मुताबिक पिछले दिनों राहुल गांधी की योग्यता पर कई बार सवाल उठाए गए. कई वरिष्ठ नेताओं ने इस बारे में अपनी जुबान खोली. लेकिन अब एआईसीसी के सचिवों ने पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को पत्र लिखकर कहा है कि वे राहुल गांधी की सार्वजनिक आलोचना करने से बाज आएं. राहुल गांधी अपने विचारों से कांग्रेस को बदल देना चाहते हैं और उनकी आलोचना करना उचित नहीं है. पत्र में इशारा किया गया है कि वे पार्टी में महत्वपूर्ण पदों पर थे और ऐसे में पार्टी नेतृत्व की आलोचना करना उचित नहीं है. इस तरह के आग्रह के साथ उन नेताओं को आगाह भी किया गया है कि अगर वे ऐसा नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ कदम भी उठाए जा सकते हैं.
एआईसीसी के सचिव प्रकाश जोशी ने अखबार से कहा कि राहुल पार्टी को बदलना चाहते हैं. वह चाहते हैं कि ऐसी पार्टी बने जिसमें कामगारों और युवाओं को फैसले लेने में भागीदार बनाया जाए. उन्होंने कहा कि हम पूरी तरह से उनके साथ हैं. पार्टी के युवा सभी वरिष्ठ नेताओं को यह पत्र भेज रहे हैं. वे कह रहे हैं कि इस तरह के पत्र को लिखने में राहुल गांधी की कोई भूमिका नहीं है.