आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन रविवार को पटना में हुई बीजेपी की हुंकार रैली में उसके प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को मानव बम के जरिए मारना चाहता था.इस आत्मघाती फिदायीन हमले के लिए सारी तैयारियां पूरी हो चुकी थीं, मगर आखिरी में समय से पहले एक छोटा बम फटने से प्लान गड़बड़ हो गया. रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म के टॉयलेट में धोखे से फटे बम के चलते ऐसा हुआ और फिर मोदी को मारने का प्लान सीरियल ब्लास्ट में बदल गया, ताकि रैली में भगदड़ हो और ज्यादा से ज्यादा लोग मर जाएं.
गल्फ न्यूज ने एक खबर में इसका खुलासा किया. इसमें इंडियन मुजाहिदीन के आतंकवादी इम्तियाज से पुलिस की पूछताछ के हवाले से यह बताया गया है. इसके मुताबिक इम्तियाज और उसके एक साथी को पहले नरेंद्र मोदी की रैली के लिए बने स्टेज के पास रिमोट कंट्रोल से तीन बम विस्फोट करने थे. उसके बाद इन दोनों को स्टेज के पास भागकर अपने शरीर से बंधे बमों में ब्लास्ट करना था.आतंकवादी नेटवर्क का यही था मोदी को मारने का प्लान.मगर जब बैटरी और टाइमर के साथ इस बम को पटना रेलवे स्टेशन पर तैयार किया जा रहा था, तभी एक छोटा बम धोखे से फट गया.इस धमाके में इम्तियाज का साथी जख्मी हो गया. बाद में अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.इम्तियाज धमाकों के लिए रैली स्थल गया और एक धमाके के बाद जब वह भाग रहा था, पुलिस की गिरफ्त में आ गया.
रिपोर्ट के मुताबिक इम्तियाज ने पटना पुलिस को बताया कि मोदी को मारने का यह षडयंत्र रांची में रचा गया था. जिन बमों में विस्फोट हुआ और जो जिंदा बरामद हुए. वे सभी रैली वाले दिन ही सुबह के वक्त मैदान में और दूसरी जगहों पर रखे गए थे.इन्हें एक सामान्य झोले में भरकर पटना लाया गया था और रैली स्थल के आसपास इन्हें रखने का काम छह से आठ लोगों के दस्ते ने किया.हालांकि बिहार पुलिस का कहना है कि आतंकवादियों का प्लान नरेंद्र मोदी को जान से मारने का नहीं, बल्कि रैली में धमाकों के जरिए भगदड़ पैदा करने का था.