सुभाष चंद्र बोस की जासूसी मामले पर दिग्विजय सिंह ने तत्कालीन गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को कटघरे में खड़ा कर दिया है. शनिवार को ट्विटर पर उन्होंने सवाल उठाए कि अगर देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने सुभाष चंद्र बोस की जासूसी करवाई, तो क्या उस दौरान गृह मंत्री रहे सरदार पटेल को इसकी जानकारी थी?
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया-
If Nehru ji was snooping on Subhash Chandra Bose's family Sardar Patel was the
Home Minister. Was he aware of it ?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 11, 2015
केवल पटेल ही नहीं, पंडित नेहरू पर लगे जासूसी के आरोपों का बचाव करते हुए कांग्रेस ने लालबहादुर शास्त्री, गोविंद बल्लभ पंत और कैलाशनाथ काटजू को भी लाइन में
खड़ा कर दिया. यही नहीं, सिंह ने अमित शाह पर एक लड़की की जासूसी करने के आरोपों का भी सहारा लिया है.
After Sardar Patel Lalbahadur Shashtri, GB Pant and Mr Katju were the Home Ministers and
Shastri ji was PM after Nehru
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 11, 2015
Were they also part of snooping? What was Modi doing when his MOS Home Amit Shah
snooping on an unaware and innocent lady ?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 11, 2015
इससे पहले शुक्रवार को कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने केंद्र सरकार पर नेताजी से जुड़े 'चुनिंदा' दस्तावेज लीक करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, 'सरकार ने
नेहरू की छवि दागदार करने के चक्कर में बीजेपी ने सरदार पटेल और देश के तीन महान नेताओं को कलंकित किया है.'दरअसल, IB के दस्तावेजों के हवाले से इंडिया टुडे ने ये खुलासा किया था कि भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने करीब दो दशकों तक नेताजी सुभाष चंद्र बोस के रिश्तेदारों की जासूसी करवाई थी. गुप्त सूची से हाल ही में हटाई गईं इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की दो फाइलों से यह खुलासा हुआ है. फाइलों से पता चला है कि 1948 से 1968 के बीच सुभाष चंद्र बोस के परिवार पर अभूतपूर्व निगरानी रखी गई थी. इन 20 साल में से 16 साल तक नेहरू देश के प्रधानमंत्री थे और आईबी उन्हीं के अंतर्गत काम करती थी.