पूरा देश इस वक्त पानी की कमी से जूझ रहा है. चाहे वो दिल्ली हो, लखनऊ हो, पटना हो, जयपुर हो, मुंबई हो, या फिर गुजरात के शहर. गर्मी का मौसम पूरे शबाब पर है जिसकी वजह से पानी की जबरदस्त किल्लत हो गई है.
देश की राजधानी दिल्ली में शुक्रवार की शाम आई तेज आंधी-बारिश अपने साथ परेशानी भी लेकर आई. कई इलाकों में रात से ही बिजली सप्लाई ठप होने के कारण लोगों को पानी की किल्लत से जूझना पड़ रहा है. गर्मी के इस मौसम में दिल्लीवासियों पर दोहरी मार पड़ रही है, जिन इलाकों में पानी की समस्या विकराल हो गई है.
उत्तर पूर्वी दिल्ली में शुक्रवार की शाम आई तेज आंधी-बारिश से कई इलाकों में बिजली गुल हो गई. पानी की सप्लाई पर भी इसका असर देखा गया. उमस भरी गर्मी के इस मौसम में जब पानी की खपत बढ़ जाती है ऐसे में अगर लोग बूंद-बूंद पानी को तरसें तो परेशानी समझी जा सकती है. शुक्रवार की तेज-आंधी बारिश के बाद बिजली जाती रही जिसके बाद पानी की समस्या विकराल हो गई है.
खजुरी खास में रहने वाले एक शख्स का कहना है कि आंधी तूफान के बाद इलाके में न तो बिजली है, न पानी. बिजली का ट्रांसफार्मर पानी में डूब गया है. कोई ठीक करने नहीं आता. यहीं के एक और शख्स का कहना है, बिजली के तार टूट गए है, घर में न पानी है न बिजली, खाना भी नहीं बना है.
दिल्ली जल बोर्ड सामान्य दिनों में 835 एमजीडी पानी की सप्लाई करता है लेकिन बिजली कटौती की वजह से पानी की सप्लाई 681 एमजीडी ही हो सकी. जाहिर है पानी का उत्पादन 154 एमजीडी कम पाया. लोग बूंद-बूंद पानी को तरस गए. अगले दो से तीन दिनों तक बिजली-पानी का संकट बरकरार रहेगा.
जल बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार बिजली कटौती के चलते वजीराबाद, चंद्रावल, सोनिया विहार, भागीरथी, हैदरपुर, नांगलोई, ओखला जल शोधन संयंत्रों में पानी का उत्पादन कम हो गया. ग्रीन पार्क, मुनिरका, जेएनयू, आरके पुरम, मोती बाग, हौज खास, एनसीइआरटी कालोनी, महरौली, किशनगढ़ में पानी आपूर्ति प्रभावित रही.
दिल्ली में पहले से ही पानी का संकट है. दिल्ली में हर रोज करीब 1100 एमजीडी पानी की जरूरत होती है, जबकि सामान्य रूप से करीब 835 एमजीडी पानी उपलब्ध हो पाता है. दरअसल तेज आंधी बारिश में कई इलाकों में बिजली के तार कट गए हैं, इसका सीधा असर पानी की सप्लाई पर पड़ रहा है. बिजली कटौती के कारण दिल्ली के वाटर ट्रीटमेंट प्लांटों में भी 25 से 30 फीसदी पानी का उत्पादन प्रभावित हुआ है.