दिल्ली और हिमाचल प्रदेश सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में शनिवार को भारी बारिश हुई, जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया और क्षेत्र की नदियों में बढ़ते जलस्तर से चिंता भी बढ़ गई है.
राष्ट्रीय राजधानी में झमाझम बारिश हुई जिससे जलजमाव होने पर ट्रैफिक जाम हो गया. भारी बारिश से इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट परिसर के अगले हिस्से में पानी घुस गया, जिससे टर्मिनल-3 से बाहर निकलने वाले यात्रियों को असुविधा हुई.
हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि हवाईअड्डा पर अन्य गतिविधियां प्रभावित नहीं हुई. पर, यहां आने वाले मलेशियन एयरलाइन की एक उड़ान को भारी बारिश के चलते अहमदाबाद भेज दिया गया. दरअसल, बारिश के चलते रनवे पर विजिबिलिटी कम हो गई थी.
शहर के कई निचले इलाके जलमग्न हो गए जबकि कुछ हिस्सों में बारिश का पानी फ्लैटों के बेसमेंट घुस गया. शहर के कुछ भागों में पेड़ गिर गए जिससे कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई.
उधर, हिमाचल प्रदेश में मानसून अपने पूरे शबाब पर है. प्रदेश में भूस्खलन होने और सड़क संपर्क टूटने की खबरें मिली हैं, जबकि अंदरूनी इलाकों में पेड़ों के गिरने से वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई.
हिमाचल प्रदेश में सभी बड़ी नदियां और उनकी सहायक नदियां उफान पर हैं तथा वे खतरे की निशान से ऊपर बह रही हैं. लगातार बारिश के चलते लोग अपने घर से बाहर बहुत मुश्किल से निकल पाए जबकि नदी तटों पर रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है.
हिमाचल प्रदेश में हमीरपुर जिला के सुजानपुर तीरा में 187 मिमी बारिश दर्ज की गई जबकि नाहन (185 मिमी) और सिरमौर जिले के रेणुका में 169 मिमी बारिश दर्ज की गई. मौसम विभाग के अधिकारियों ने अगले 24 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने तथा कुछ स्थानों पर गरज के साथ बारिश होने की चेतावनी दी है.
उधर, उत्तर प्रदेश में भी मानसून एक बार फिर पूरी तरह सक्रिय हो गया है और पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के कई इलाके बारिश से सराबोर हो गए. मौसम विभाग के सूत्रों के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के पश्चिमी इलाकों में अनेक जगहों पर जबकि पूर्वी क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर बारिश हुई.
सहारनपुर में 21 सेंमी, ललितपुर में 15, बांदा तथा रायबरेली में 12-12, पलियाकलां तथा कर्वी में 11-11, गोंडा, सीतापुर तथा मुसाफिरखाना में 10-10, कानपुर में 9, सतांव, अकबरपुर तथा सुल्तानपुर में 8-8 और निघासन में 7 सेंमी बारिश दर्ज की गई. अगले 24 घंटे के दौरान प्रदेश में अनेक स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है.
इस बीच, केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक घाघरा, क्वानो, शारदा तथा राप्ती नदी का जलस्तर कई स्थानों पर खतरे के निशान को पार कर गया है, या उसके नजदीक पहुंच गया है. घाघरा नदी का जलस्तर एल्गिनब्रिज (बाराबंकी) के साथ-साथ तुर्तीपार (बलिया) और अयोध्या में अब भी खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है.
शारदा नदी का जलस्तर पलियाकलां (लखीमपुर खीरी) में खतरे के निशान से करीब एक मीटर ऊपर हो गया है, जबकि शारदानगर में इसका जलस्तर खतरे के निशान के नजदीक पहुंच गया है. क्वानो नदी का जलस्तर मुखलिसपुर (संतकबीरनगर) तथा चंद्रदीपघाट (गोण्डा) में खतरे के निशान के नजदीक पहुंच गया है.
राप्ती नदी का जलस्तर भी बर्डघाट (गोरखपुर), भिनगा (श्रावस्ती) बलरामपुर तथा बांसी (सिद्धार्थनगर) में खतरे के निशान के नजदीक पहुंच गया है. इसके अलावा गंगा नदी का जलस्तर फतेहगढ़, अंकिनघाट तथा कानपुर में खतरे के निशान के पास पहुंच चुका है.
पिछले 24 घंटों के दौरान राजस्थान के कोटा और जयपुर डिवीजन के विभिन्न स्थानों पर जबकि भरतपुर और उदयपुर डिवीजन में कुछ स्थानों पर बारिश हुई. अजमेर और बिकानेर डिवीजन में भी कहीं-कहीं बारिश हुई.