झारखंड में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम में भाजपा द्वारा झामुमो, जदयू आदि के समर्थन से सरकार बनाने का मंगलवार को दावा पेश करने और केन्द्र के इस रास्ते में बाधा नहीं बनने के ऐलान से अगले कुछ दिनों के भीतर वहां पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के नेतृत्व में सरकार बनना तय हो गया है.
लगभग तीन महीने पहले झामुमो से नाता तोड़ लेने वाली भाजपा ने शिबू सोरेन की उसी पार्टी के साथ मिलकर झारखंड में नयी सरकार बनाने का वहां के राज्यपाल एमओएच फारूक के समक्ष आज दावा पेश किया. झामुमो के ‘बिना शर्त’ भाजपा को समर्थन देने की घोषणा के बाद भाजपा विधायक दल की रांची में हुई बैठक में मुंडा को इसका नेता चुना गया.
इसके पश्चात मुंडा ने राज्यपाल से मुलाकात की और 81 सदस्यीय सदन में 45 विधायकों के समर्थन का दावा किया. इस घटनाक्रम के बारे में राज्यपाल की गृह मंत्री पी चिदंबरम से फोन पर हुई बातचीत के बाद केन्द्र ने बिना देर लगाए संकेत दिया कि झारखंड में भाजपा के नेतृत्व में सरकार गठित करने के रास्ते में वह आड़े नहीं आएगा. उसने यह भी कहा कि राज्यपाल की रिपोर्ट मिल जाने पर राज्य में लागू राष्ट्रपति शासन केन्द्रीय मंत्रिमंडल बृहस्पतिवार तक हटा लेगा. {mospagebreak}
केन्द्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘अगर राज्यपाल राष्ट्रपति शासन समाप्त करने की सिफारिश करते हैं, तो केन्द्र वैसा ही करेगा और भाजपा की अगुवाई में वहां सरकार बनाने के रास्ते में अड़चन नहीं बनेगा.’ उधर कांग्रेस ने भी कहा कि वह सरकार बनाने की भाजपा की कोशिशों में बाधा नहीं डालेगी क्योंकि मुख्य विपक्षी दल का यह प्रयास दीर्घकालिक राजनीति में कांग्रेस के हित में ही साबित होगा.
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘झामुमो के सहयोग से बनने वाली भाजपा सरकार एक साल से ज्यादा नहीं चलेगी. उस समय तक वे कीचड़ में इतनी सन चुकी होगी कि उसके बाद होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस मतदाताओं की स्वाभाविक पसंद बन कर सामने आएगी.’ दिल्ली में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की एक बैठक हुई जिसमें करीब एक घंटे तक झारखंड के राजनीतिक हालात पर चर्चा की गयी.
बताया जाता है कि चिदंबरम ने राज्य के घटनाक्रम और संप्रग के समक्ष उपलब्ध विकल्पों के बारे में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तथा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अवगत कराया. इस बैठक में वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी, रक्षा मंत्री एके एंटनी और कानून मंत्री एम वीरप्पा मोइली भी उपस्थित थे. {mospagebreak}
उधर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रघुवर दास ने रांची में राज्यपाल से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, हमने समर्थन करने वाले 45 विधायकों सूची सौंपी है और अर्जुन मुंडा को राज्य में नयी सरकार बनाने के लिए न्यौता देने का अनुरोध किया है. मुंडा की उपस्थिति में दास ने विधायकों की सूची राज्यपाल को सौंपी. इस सूची में भाजपा और झामुमो के 18-18 विधायकों के अलावा जदयू के दो, आजसू के पांच और दो निर्दलीय चमरा लिंडा तथा बिदेश सिंह के नाम शामिल हैं.
अप्रैल में लोकसभा में बजट सत्र के दौरान भाजपा द्वारा लाये गये कटौती प्रस्ताव का विरोध शिबू सोरेन ने किया था और इसके बाद राज्य में गठबंधन सरकार का पतन हो गया था. दास ने संवाददाताओं को बताया कि इन दिनों रूस यात्रा पर गए भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कल रात साढ़े ग्यारह बजे उन्हें फोन करके आज सुबह विधायक दल की बैठक बुलाने और उनकी जगह मुंडा को विधायक दल का नेता चुनने का निर्देश दिया.
झामुमो ने चार सितंबर को संकेत दिया था कि कोई भी पार्टी अगर सरकार बनाने की दिशा में पहल करती है तो वह बिना शर्त समर्थन देगी. इसके बाद मुंडा ने सोमवार रात 45 विधायकों की हस्ताक्षरयुक्त सूची राष्ट्रीय नेतृत्व को भेजी. भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने हालांकि दावा किया, ‘भाजपा का एक वर्ग सरकार बनाने के प्रति उत्सुक नहीं है. लेकिन पार्टी के निर्देश का पालन किया जाना चाहिए.’