पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि उन्होंने बाढ़ प्रभावित केरल की मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की थी, वह इस के लिए राजी हो गए हैं. राहुल कोझिकोड पहुंचे. वह सोमवार को अपने लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र वायनाड जाएंगे, जो बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है.
मलप्पुरम कलेक्टरेट में हुई समीक्षा बैठक में भाग लेने के तुरंत बाद सांसद राहुल ने कहा, "यह त्रासदी है और सभी को केरल की मदद करनी चाहिए. मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद के लिए कहा है, वह इसके लिए राजी हो गए हैं." वायनाड में बाढ़ से अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है और 40,000 से ज्यादा लोग 203 राहत शिविरों में पनाह लिए हुए हैं.
Lok Sabha MP from Wayanad, Rahul Gandhi, held a meeting with local officers at Collectorate Office in Malappuram today to review the flood situation in the constituency. #Kerala pic.twitter.com/XDJpMqS5WM
— ANI (@ANI) August 11, 2019
बता दें कि केरल में पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश हुई और इसके कारण मृतकों की संख्या 67 तक पहुंच गई है. वहीं 2.54 लाख लोगों को राहत शिविरों में विस्थापित होना पड़ा है. कोल्लम को छोड़कर राज्य के सभी 14 जिलों में 1,600 से अधिक राहत शिविरों में लोग शरण लिए हुए हैं. मलप्पुरम में सबसे अधिक 54 हजार लोग शिविरों में शरण लिए हुए हैं.
इससे पहले मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने आपदा प्रतिक्रिया टीम की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद कहा कि इस बार के हालत पिछले साल जितने खराब नहीं हैं. इस बार कुछ ही जिले प्रभावित हैं. मुख्यमंत्री विजयन ने कहा, "बारिश में कमी आई है. यह सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों में लगे कर्मियों के लिए अच्छी खबर है."
सबसे अधिक प्रभावित स्थान वायनाड जिले में मेपादी के पास और मलप्पुरम जिले में कवलपारा और इसके आसपास के इलाके हैं. यहां बचाव दल मिट्टी के विशाल ढेर के नीचे फंसे लोगों के शवों को बरामद करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं.
विजयन ने कहा, "फिलहाल मेपादी में आठ लोग लापता हैं, बारिश में कमी आने के साथ ही बचाव कार्य प्रभावी तरीके से किए जा रहे हैं. हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में और अधिक बारिश होने की आशंका है. इसी को ध्यान में रखकर सभी को हाई अलर्ट पर रखा गया है."