कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी केरल में है. जहां वो बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर रहे हैं. राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की. जहां राहुल ने कहा, 'मैं केरल का मुख्यमंत्री नहीं हूं, हमारे पास केरल या केंद्र में कोई सरकार नहीं है, लेकिन यह सुनिश्चित करना मेरी जिम्मेदारी है कि आपका अधिकार आपको दिया जाए.'
राहुल गांधी ने एक राहत शिविर का दौरा किया और सेंट थोमस चर्च में बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत सामग्री दिया. इससे पहले उन्होंने मोदी सरकार के तीन मंत्रियों को खत लिखा है. वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने केंद्रीय मंत्रियों नरेंद्र सिंह तोमर, हर्षवर्धन और नितिन गडकरी को पत्र लिखकर केरल में बाढ़ पुनर्वास कार्यों के लिए मदद मांगी.
Wayanad MP Rahul Gandhi meets flood-affected people at a relief camp at Hill Face School Auditorium in Makkiyad; says, “I'm not CM of Kerala, we don't have a govt in Kerala or at the national level. But it is my responsibility to ensure that what is your right is given to you." pic.twitter.com/rc7eyEm4GJ
— ANI (@ANI) August 27, 2019
उन्होंने केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को पत्र लिखकर केरल में मनरेगा के तहत आने वाले कार्यों का दायरा बढ़ाने की अपील भी की. साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि एक परिवार के लिए निर्धारित काम के न्यूनतम दिवस को बढ़ाकर 200 दिन किया जाए.
राहुल गांधी इससे पहले 12 अगस्त को भी अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे थे. उन्होंने यहां के राहत शिविरों का दौरा किया था. उन्होंने मल्लप्पुरम जिले के निलांबूर, कोझिकोड जिले के तिरुवम्बडी, वायनाड में मेप्पादी का दौरा किया. इसके अलावा उन्होंने मल्लप्पुरम, कोझिकोड और वायनाड के जिला कलेक्टरों की ओर से बुलाई गई समीक्षा बैठकों में भी भाग लिया.
बारिश से 120 लोगों की मौत
लगातार बारिश के कारण आई बाढ़ से केरल में काफी नुकसान हुआ. राज्य में बाढ़ के कारण 120 से ज्यादा लोगों की मौत हुई और दो लाख 87 हजार से अधिक लोगों को अपना घर छोड़कर 1654 से अधिक राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी.