विश्व हिंदू परिषद के नेता अशोक सिंघल ने कहा है कि मार्गदर्शन मंडल की बैठक में नरेंद्र मोदी के नाम पर कोई चर्चा नहीं होगी. उन्होंने यह बात आज तक से कही है.
अशोक सिंघल ने एक बार फिर जोर देते हुए कहा है कि राम मंदिर मुद्दे का समाधान संसद में निकाला जाना चाहिए.
विवाद जल्द न सुलझने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि अगर इसका फैसला संसद नहीं करती है तो देश के संतों के पास आंदोलन के अलावा कोई रास्ता नहीं रह जाएगा.
विश्व हिन्दू परिषद के मार्गदर्शन मंडल की बैठक में बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह के मौजूद रहने के बारे में उन्होंने कहा, 'राजनाथ यहां पर संतों से मुलाकात करने आ रहे हैं. वो मेरे अच्छे मित्र हैं. मुझे नहीं पता कि राम मंदिर को लेकर वो क्या वादा करेंगे.'
इसके अलावा नरेंद्र मोदी के नाम पर चर्चा के बारे में उन्होंने कहा कि हमारी बैठक में मोदी और पीएम उम्मीदवारी को लेकर कोई चर्चा नहीं होगी. यह बीजेपी का अंदरुनी मामला है उन्हें तय करना होगा.
वहीं वीएचपी मार्गदर्शक मंडल के सदस्य स्वामी अवेधेश्वरजी महाराज ने कहा कि यह बीजेपी पर निर्भर करता है कि वो सत्ता में आने के लिए राम मंदिर को रास्ता चुनते हैं या फिर राजनीति का रास्ता.
स्वामी अवेधेश्वरजी महाराज ने यह भी कहा कि मार्गदर्शन मंडल की बैठक के एजेंडे में नरेंद्र मोदी नहीं हैं.