श्री राम सेना संस्थापक प्रमोद मुथालिक ने कहा है कि उनकी संस्था का कन्नड लेखक और विचारक डॉ.एमएम कलबुर्गी हत्याकांड में कोई हाथ नहीं है. मुथालिक ने कहा, 'लोगों के बीच ये भ्रम है कि मर्डर में श्री राम सेना की मिलीभगत है. मैं साफ करना चाहता हूं कि इसमें हमारी कोई भूमिका नहीं है.'
उन्होंने कहा कि उनकी संस्था पुलिस जांच के लिए तैयार है और वो खुद जांच में सहयोग भी करेंगे.
हत्याकांड की जांच कर रही कर्नाटक सीआईडी ने अभी तक मामले में किसी को भी आरोपी नहीं बनाया है. हालांकि पुलिस का मानना है कि हिन्दुत्व और मूर्ति पूजा के खिलाफ उनके विचारों की वजह से उनकी हत्या की गई है.
राज्य सरकार ने कलबुर्गी के हत्या करने वालों से जुड़ी जानकारी देने वाले को पांच लाख रुपये इनाम देने का ऐलान किया है.