प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के वैज्ञानिकों के काम की सराहना करते हुए कहा कि साइंस की मदद से ही आधुनिक भारत का निर्माण हो सका. उन्होंने कहा कि विज्ञान की मदद से गरीबी दूर हो सकती है और अमन-चैन कायम हो सकता है.
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में इंडियन साइंस कांग्रेस समारोह का उद्घाटन करते हुए PM मोदी ने कहा कि वैज्ञानिकों ने देश का मान बढ़ाया है. भारत के मंगलयान की कामयाबी का क्रेडिट वैज्ञानिकों को देते हुए PM ने कहा कि उन्होंने पहले ही प्रयास में ऐसी शानदार सफलता हासिल की, जो गर्व की बात है.
Human development has been larger purpose and driving force of India's scientific pursuits. And, science has helped shape modern India: PM
— PMO India (@PMOIndia) January 3, 2015
We need to put science, technology and innovation at the top of national priorities: PM @narendramodi at Indian Science Congress
— PMO India (@PMOIndia) January 3, 2015
We need to celebrate our scientific achievements as much as we rejoice in our success in other areas: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) January 3, 2015
प्रधानमंत्री ने कहा कि मानव विकास सीधे तौर पर विज्ञान से जुड़ा है. साइंस से देश की बेहतर तरक्की हो सकती है. विज्ञान की अहमियत का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि साइंस की कोई सीमा नहीं होती. उन्होंने कहा कि हमें रिसर्च को बढ़ावा देना होगा. इसके लिए फंड की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी.
मोदी ने 102वें भारतीय विज्ञान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, 'हमारे वैज्ञानिकों ने सामान्य संसाधानों के बीच उत्कृष्ट परियोजनाओं से बेहतरीन संस्थाओं का निर्माण किया, जिससे आज भारत को कई क्षेत्रों में विश्व में पहली पंक्ति में ला खड़ा करने में मदद मिली.' उन्होंने कहा कि देश की प्रगति और इसके लोगों का विकास विज्ञान और प्रौद्योगिकी से जुड़ा हुआ है, लेकिन यह असमानता को बढ़ा सकता है और पर्यावरण को क्षति भी पहुंचा सकता है.
मोदी ने कहा, 'एक देश की प्रगति और इसके मानव का विकास विज्ञान और प्रौद्योगिकी से जुड़ा होता है. यह राष्ट्रीय सीमाओं को मिटाकर दुनिया को एक कर शांति बढ़ा सकता है, यह वैश्विक चुनौतियों से लड़ने के लिए विभिन्न देशों, गरीबों और अमीरों को साथ ला सकता है.'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'विज्ञान और प्रौद्योगिकी में हमारा निवेश केंद्र सरकार की एजेंसियों तक सिमटा हुआ है, जिसका विस्तार बेहद जरूरी है.'
मोदी ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) को पहले ही प्रयास में मंगलयान को मंगल की कक्षा में पहुंचाने के लिए बधाई देते हुए कहा, 'जब कभी दुनिया ने हमारे लिए द्वार बंद किए, हमारे वैज्ञानिकों ने राष्ट्रीय मिशन के उत्साह के साथ इसका जवाब दिया.'
विज्ञान को मानव विकास से जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि दोनों को राजनीतिक फैसलों, सामाजिक चुनाव और समानता, नैतिकता और पहुंच के सवाल से अलग नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि मानव विकास भारतीय वैज्ञानिक कार्यों का मुख्य लक्ष्य और इसके संचालन की ताकत है.
मोदी ने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी तक गरीबों की भी पहुंच होनी चाहिए. उन्होंने कहा, 'मेरा मानना है कि विज्ञान व प्रौद्योगिकी तक गरीबों, दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले लोगों और अति संवेदनशील लोगों की पहुंच आवश्यक है.'
यह सम्मेलन मुंबई विश्वविद्यालय में आयोजित किया गया है, जहां दुनियाभर के वैज्ञानिक और नोबेल पुरस्कार विजेता अपने शोधपत्र पेश करेंगे.