यूपीए-2 ने अपनी चौथी सालगिरह मनाई तो महाभोज का आयोजन हुआ, पर अहम सहयोगी मुलायम सिंह यादव नजर नहीं आए.
इस पर समाजवादी पार्टी नेता नरेश अग्रवाल ने कहा, 'डिनर में इसलिए हिस्सा नहीं लिया, क्योंकि हम इस भ्रष्ट सरकार का हिस्सा नहीं हैं.'
नरेश अग्रवाल ने कहा, 'अगर सरकार किसी अहम मुद्दे पर विचार-विमर्श करती तो हम जरूर जातें. हमें लगा कि इस जश्न का कोई औचित्य नहीं था इसलिए नहीं गए.'
उन्होंने कहा, 'सिर्फ सांप्रदायिक शक्तियों को सत्ता से दूर रखने के लिए यूपीए को बाहर समर्थन दे रहे हैं.'
सपा नेता नरेश अग्रवाल अपनी पार्टी की स्थिति स्पष्ट करने के बहाने मनमोहन सिंह पर निशाना साधने से भी नहीं चूके. उन्होंने कहा, 'मनमोहन सिंह पीएम तो हैं लेकिन नेता नहीं. इस सरकार में नेतृत्व का संकट है. नेता नजर नहीं आता.'
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है पीएम को बदलाव लाने के लिए पूरी जिंदगी की आवश्यकता है. सच यह है कि वह पिछले 9 सालों में कई बदलाव ला सकते थे.
वहीं बसपा और अमर सिंह का सोनिया और राहुल के साथ टेबल शेयर करने पर उन्होंने कहा, 'भस्मासुर जिस पर हाथ रख देते हैं. उनका कल्याण अपने आप हो जाता है.'
समाजवादी पार्टी के नेता ने कहा कि जिस गठबंधन के साथ बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) जैसा भस्मासुपर हो तो उसका भगवान ही मालिक है. अगले लोकसभा चुनाव पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस को बहुमत नहीं मिलने वाला है. हमारी पार्टी तीसरे मोर्च पर काम कर रही है.