देश का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत आने वाले दशक पर कैसे राज कर सकता है, इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में एक सेशन यह भी था. इस विषय पर देश के वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा और वेदांता रिसोर्सेज के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने अपने विचार रखे.
आनंद शर्मा ने कहा कि देश को हर हाल में अपना औद्योगिक उत्पादन बढ़ाने पर ध्यान देना होगा. इसके आंकड़े डबल डिजिट में होने ही चाहिए. उन्होंने कहा कि औद्योगिक उत्पादन बढ़ने पर ही हम तरक्की की राह पर आगे बढ़ सकते हैं. आनंद शर्मा ने कहा कि फैसले लेने में हम पंगु नहीं थे, संसद पंगु हो गई थी.
आनंद शर्मा कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए कि एक क्षेत्र में विकास हो, पर दूसरा बहुत पीछे रह जाए. उन्होंने कहा कि देश का समेकित विकास होना चाहिए.
भारत के सहयोगी देशों का जिक्र करते हुए उन्होंने जापान को अहम साझेदार बताया. उन्होंने कहा कि कई देशों से हमारे करार पहले ही हो चुके हैं, सिर्फ उन्हें बेहतर तरीके से अमली जामा पहनाए जाने की जरूरत है.
देश में मौजूद खनिज समेत तमाम प्राकृतिक संसाधनों का जिक्र करते हुए शर्मा ने कहा कि इनका इस्तेमाल बेहतर योजना के साथ होना जरूरी है. आनंद शर्मा ने राजनीतिक, प्रशासन व औद्योगिक सुधार में बारे में अपने विचार रखे.
अमेरिका की नकल कर रहे हम: अनिल
वेदांता रिसोर्सेज के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा कि चीन में सारा उत्पादन सरकारी
कंपनियां कर रही हैं. वहीं अमेरिका में सब कुछ निजी हाथों में है. उन्होंने कहा कि भारत में सब कुछ
निजी हाथों को सौंपने की होड़ मची है और हम अमेरिकी ढर्रे की नकल कर रहे हैं.
अनिल अग्रवाल ने तकनीक के क्षेत्र में भारत की कामयाबी का जिक्र करते हुए कहा कि हमने दुनिया को बेस्ट इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी दी है. उन्होंने कहा कि भारत की फॉर्मास्युटिकल और ऑटोमोबाइल कंपनियों की भी दुनियाभर में धूम है. उन्होंने आशा जताई कि आने वाले दिनों में दुनियाभर में भारत की साख बढ़ेगी.
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