मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में 20 मई से लेकर 22 मई तक घने बादलों की आवाजाही रहेगी और इस वजह से पंजाब, हरियाणा दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में ज्यादातर जगहों पर बारिश होने की संभावना है.
मौसम विभाग का कहना है कि ऐसा इसलिए होगा क्योंकि मौजूदा वेस्टर्न डिस्टरबेंस के पीछे एक दूसरा वेस्टर्न डिस्टरबेंस 19 मई से दस्तक देने जा रहा है. जैसे ही यह वेस्टर्न डिस्टर्बेंस उत्तर भारत में पहुंचेगा उसी वक्त अरब सागर से आ रही हवा इस वेदर सिस्टम से टकराएगी जिससे मैदानी इलाकों के ऊपर घने बादल छा जाएंगे.
मौसम विभाग के डायरेक्टर चरण सिंह के मुताबिक पिछले 24 से 48 घंटों में उत्तर भारत के बड़े हिस्से में मौसम बदल चुका है. हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में बादलों की आवाजाही के बीच तापमान गिर चुके हैं और ज्यादातर जगहों से हीट वेव छूमंतर हो चुकी है. दिल्ली और आसपास के इलाकों में पिछले 24 घंटे में कई जगहों पर धूल भरी हवाएं चलने के साथ हल्की बारिश भी रिकॉर्ड की गई है. इस वजह से दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है.
मौसम विभाग का कहना है कि तापमान में गिरावट का दौर आगे भी जारी रहेगा और ऐसी संभावना है कि 20 तारीख से लेकर 22 तारीख तक कई जगहों पर तापमान सामान्य के मुकाबले 2 से 3 डिग्री सेल्सियस नीचे चले जाएं. इसका सीधा सा मतलब यह हुआ कि उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.
उत्तर भारत के मौसम पर पैनी नजर रखने वाले मौसम विभाग के डायरेक्टर आर विशेन के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में मौसम का मौजूदा दौर अगले हफ्ते तक जारी रहेगा. 19 मई से एक दूसरे वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर मैदानी इलाकों में दिखने लगेगा. इस वेदर सिस्टम की वजह से ऐसी संभावना है कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई जगह मध्यम दर्जे की बारिश रिकॉर्ड की जाए. ऐसी उम्मीद है कि 21 मई को दिल्ली और आसपास के इलाकों में जोरदार बारिश दर्ज की जाए.