विश्व आर्थिक मंच ने भारत में पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी की कंपनियों के साथ पार्टनरशिप सस्पेंड कर दी है. हाल ही में मंच की दावोस समिट के दौरान नीरव मोदी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ग्रुप फोटो पर विपक्ष ने सवाल उठाए थे. तब भी केन्द्र सरकार ने दावा किया था कि पीएनबी घोटाले में आरोपी नीरव मोदी प्रधानमंत्री के दावोस डेलिगेशन का हिस्सा नहीं थे.
केंद्र सरकार की तरफ से दावा किया गया था कि नीरव मोदी ने आर्थिक मंच के संस्थापक स्वाब फाउंडेशन से अपनी कंपनी फायरस्टार डायमंड की पार्टनरशिप का फायदा उठाते हुए प्रधानमंत्री मोदी के साथ फोटो खिंचवाने में सफलता पाई थी.
नीरव मोदी के विश्व आर्थिक मंच से रिश्तों पर WEF की तरफ से कहा गया है कि नीरव मोदी 2013 से मंच के एसोसिएट पार्टनर हैं. दावोस समिट 2018 समेत नीरव मोदी 2013 से आर्थिक मंच के सभी समिट में शामिल रहे हैं. सदस्यता सस्पेंड करने के लिए नीरव मोदी से मंच ने कोई संपर्क नहीं किया और यह आर्थिक मंच का स्वतंत्र फैसला है.
गौरतलब है कि बीते एक हफ्ते के दौरान इंडिया टुडे की तरफ से WEF से संपर्क करने की सभी कोशिशें नाकाम हो रही थीं. लेकिन जब WEF की वेबसाइट पर उपलब्ध पार्टनर लिस्ट से नीरव मोदी का नाम गायब होने के बारे में पूछा गया तो WEF की तरफ से जवाब दिया गया कि उनकी सदस्यता सस्पेंड कर दी गई है.
प्रोफेसर क्लॉस स्वाब ने 1971 में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) की शुरुआत बतौर नॉन फॉर प्रॉफिट फाउंडेशन के तौर पर की थी. इसके बाद प्रोफेसर क्लॉस और उनकी पत्नी हिल्डे ने स्वाब फाउंडेशन फॉर सोशल आंत्रप्रन्योरशिप की स्थापना की. यह स्वाब फाउंडेशन WEF की पार्टनर कंपनियों के साथ कई सोशल प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है.