लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज करने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुट गई है. भारतीय जनता पार्टी की सबसे ज्यादा निगाह पश्चिम बंगाल पर है. पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 18 सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद से भारतीय जनता पार्टी गदगद है और ममता बनर्जी सरकार को सूबे की सत्ता से बाहर करने की प्लानिंग बना रही है. भारतीय जनता पार्टी ने ममता बनर्जी को मात देने के लिए जयश्री राम और जय महाकाली के जयकारे के साथ चुनाव प्रचार करने की रणनीति बनाई है.
लोकसभा चुनाव में जीत के बाद पहली बार पश्चिम बंगाल पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी का नारा जय श्री राम और जय महाकाली होगा. जब तक पश्चिम बंगाल की सत्ता से ममता बनर्जी की नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस को बेदखल नहीं कर दिया जाएगा, तब तक यह अभियान जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि बंगाल महाकाली की धरती है. हमें महाकाली के आशीर्वाद की जरूरत है. विजयवर्गीय पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के प्रभारी भी हैं.
भारतीय जनता पार्टी ने जय महाकाली नारे को अपनी सूची में उस समय शामिल किया है, जब तृणमूल कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी को बाहरी लोगों की पार्टी बता रही है. साथ ही आरोप लगा रही है कि भारतीय जनता पार्टी के लोगों को बंगाल की संस्कृति की कोई समझ नहीं है. भारतीय जनता पार्टी के साथ आरोप-प्रत्यारोप के बीच हाल ही में तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अपने ट्विटर और फेसबुक अकाउंट की तस्वीरों को बदला है. उन्होंने बंगाल के महापुरुषों की तस्वीर लगाई है, जिसमें जय हिंद, जय बांग्ला लिखा है.
ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी पर राज्य में अशांति फैलाने और राजनीति व धर्म को मिक्स करने का भी आरोप लगाया है. रविवार को ममता बनर्जी ने एक फेसबुक पोस्ट में दावा किया कि नफरत फैलाने की कोशिश की जा रही है, जिसका विरोध किया जाना चाहिए. जय सिया राम, जय राम जी की और राम नाम सत्य है का धार्मिक और सामाजिक मतलब निकलता है. हम इन भावनाओं का सम्मान करते हैं, लेकिन बीजेपी जय श्रीराम जैसे धार्मिक नारों का इस्तेमाल अपनी पार्टी के नारे के रूप में कर रही है.