पश्चिम बंगाल के बीरभूम में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि उन पर बम से हमले किए गए. कार्यकर्ताओं का कहना है वे जब वर्चुअल मीटिंग में शामिल हुए थे, इसी दौरान उन पर बम फेंके गए. बीजेपी नेता अमित शाह की वर्चुअल मीटिंग में कार्यकर्ता शामिल हुए थे जिसका आयोजन बीरभूम जिला कमेटी ने किया था.
मंगलवार को अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में जन संवाद रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुनौती दी. शाह ने कहा कि आप राजनीति का मैदान तय कर लो, दो-दो हाथ हो जाए. दरअसल, अपने भाषण में अमित शाह बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर केंद्र की योजनाएं राज्य में लागू न करने का आरोप लगा रहे थे. इसी कड़ी में उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की वजह से आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं का लाभ बंगाल की जनता को नहीं मिल पा रहा है. दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने भी अमित शाह पर पलटवार किया. तृणमूल कांग्रेस ने अमित शाह को विद्यासागर की मूर्ति तोड़े जाने की घटना याद दिलाई.
ये भी पढ़ें: टीएमसी ने शाह को दिलाई संस्कारों की याद तो अखिलेश ने रैली को बताया 'खर्चुअल'
इससे पहले बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि टीएमसी सरकार ने इंटरनेट की स्पीड को कम कर दिया है, ताकि वर्चुअल रैली की लाइव फीड ना देखी जा सके. बीजेपी सांसद रूपा गांगुली और सौमित्रा खान ने आरोप लगाया कि टीएमसी की ओर से बीजेपी की वर्चुअल रैली में रुकावट पैदा की जा रही है.
बंगाल में इंटरनेट की स्पीड को कम कर दिया गया है, इसके अलावा टीवी कनेक्शन को रोका जा रहा है. बीजेपी सांसद ने कहा कि हमारी कोशिश है कि हम एक करोड़ लोगों तक अपनी बात पहुंचाएं. इतना ही नहीं बीजेपी सांसद सौमित्रा खान ने इस मसले पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ को भी चिट्ठी लिखी और टीएमसी सरकार को घेरा.