पश्चिम बंगाल के पश्चिम मिदनापुर के नारायणनगर में तृणमूल कांग्रेस के दफ्तर में धमाका हुआ है. यह घटना मकरपुर में हुई जो नारायणनगर पुलिस स्टेशन के करीब है.
गुरुवार सुबह हुए धमाके से पार्टी दफ्तर को खासा नुकसान पहुंचा, जबकि 5 टीएमसी कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों की पहचान जयंत दास, बिमल चौधरी, बिकास भुइया, चंदन दास और सुदीप्तो घोष के तौर पर हुई है.
घायलों को स्थानीय लोगों ने बचाया और मेदिनिपुर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में भर्ती कराया. हालांकि धमाके में घायल हुए सुदीप्तो घोष की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई.
धमाके के कारण का पता नहीं चल सका है और स्थानीय लोगों में इस धमाके को लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है. उन्हें इस बात पर हैरानी है कि किस कारण से धमाका हुआ जिसका इतना ज्यादा असर हुआ. सूत्रों के मुताबिक, हाल के महीनों में क्षेत्र में हिंसा नाटकीय रूप से बढ़ी है.
बीजेपी ने आरोप लगाया है कि धमाका एक कच्चे बम के कारण हुआ. उसने यह भी आरोप लगाया कि जिस वक्त यह घटना हुई उस वक्त पार्टी ऑफिस में बम बन रहा था. जिला बीजेपी के अध्यक्ष समित दास ने कहा कि हम नियमित रूप से पुलिस से शिकायत कर रहे हैं कि स्थानीय टीएमसी ने गुंडों की एक टीम बनाई है जिनके साथ वे आतंक फैलाए हुए हैं. पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती और वे टीएमसी के लिए काम कर रहे हैं. आज की घटना इसका एक उदाहरण है.
उन्होंने कहा, 'मैं गारंटी दे सकता हूं कि सभी पार्टी कार्यालय और टीएमसी नेताओं के घर हथियार और गनपाउडर के भंडार हैं. टीएमसी हम लोगों पर बम और बंदूक से हमला करने की तैयारी कर रही है.'
वहीं टीएमसी ने सभी दावों को खारिज कर दिया है और कहा कि यहां शायद एक सिलेंडर था, जिस वक्त खाना बन रहा था उसी दौरान धमाका हुआ, जिससे चोटें और क्षति हुई. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.