पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा है. ममता बनर्जी ने चुनाव में पब्लिक फंडिंग के मुद्दे पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री से सर्वदलीय बैठक बुलाने के लिए कहा है. इसके साथ ममता बनर्जी ने बड़े पैमाने पर चुनाव में खर्च पर भी चिंता व्यक्त की है.
ममता बनर्जी ने पत्र में लिखा है कि 'आपका ध्यान एक ज्वलंत मुद्दे की ओर खींचना चाहती हूं जो 2014 और 2019 के हमारे चुनावी घोषणा पत्र में शामिल था. यह मुद्दा चुनाव सुधार से जुड़ा है, खासकर लोकतांत्रिक राजनीति में भ्रष्टाचार और आपराधिकरण को कम करने के लिए. अब चुनाव में सरकारी फंडिंग का समय आ गया है जैसा कि दुनिया के 65 देशों में यह अपनाया जा रहा है.'
West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee has written to Prime Minister Narendra Modi over electoral reforms and funding pic.twitter.com/3Kb20lxbgW
— ANI (@ANI) July 25, 2019
ममता बनर्जी ने पत्र में लिखा है कि 'सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज (सीएमएस) की हालिया रिपोर्ट-पोल एक्सपेंडीचर द 2019 इलेक्शन्स' बताती है कि 2019 का लोकसभा चुनाव अब तक का सबसे महंगा चुनाव था और 2014 की तुलना में इसमें दोगुना खर्च हुआ. रिपोर्ट के मुताबिक, लोकसभा चुनाव 2019 का खर्च सभी सीमाओं को पार कर गया और यह न्यूनतम 60 हजार करोड़ रुपए (8.65 बिलियन डॉलर) तक पहुंच गया. इस खर्च की ऊपरी सीमा का कोई पता नहीं. मौजूदा खर्च को देखते हुए ऐसा लगता है कि 2024 के आम चुनाव का खर्च 1 लाख करोड़ रुपए को पार कर जाएगा.
ममता बनर्जी ने पत्र में कहा है कि 'मैं आपसे (प्रधानमंत्री) आग्रह करती हूं कि चुनाव की पब्लिक फंडिंग पर एक सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए जिसका एजेंडा भ्रष्टाचार को खत्म करना हो. देश में स्वच्छ और पारदर्शी चुनाव के लिए हमें जल्द से जल्द चुनाव सुधार करने की जरूरत है जिसमें चुनाव में सरकारी फंडिंग भी शामिल है.'