एनआरसी को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर रुख अपना चुकीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात की.
यह मुलाकात संसद के सेन्ट्रल हॉल में हुई. मुलाकात को लेकर जारी एएनआई के वीडियो में लालकृष्ण आडवाणी और ममता बनर्जी कुर्सी पर एक दूसरे के सामने बैठे नजर आ रहे हैं.
#WATCH: West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee meets senior BJP leader Lal Krishna Advani in Parliament. #Delhi pic.twitter.com/5YbkKDUXj3
— ANI (@ANI) August 1, 2018
अडवाणी के करीबी लोगों का कहना हैं कि ये एक रूटीन बैठक थी. ममता बनर्जी संसद सत्र के दौरान जब भी दिल्ली आती हैं तो संसद भवन में अडवाणी से मुलाकात करती हैं. बता दें कि ममता बनर्जी ने अडवाणी के साथ 15 मिनट तक बातचीत की. इस दौरान क्या बात हुई यह स्पष्ट नहीं हो पाया. हालांकि, आडवाणी के करीबी ने बताया कि दोनों के बीच देश में चल रही राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा हुई.
उनकी इस मुलाकात के बाद सियासी हलके में चर्चा गर्म हो गई है. गौरतलब है कि ममता बीजेपी के बागी नेताओं से मिलती रही हैं. उनकी कोशिश है कि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन को ज्यादा से ज्यादा मजबूती प्रदान कर सकें.
संसद के सेन्ट्रल हॉल में ममता बनर्जी ने तमिलनाडु राज्य से अन्नाद्रमुक पार्टी के लोकसभा के सांसद एम थंबीदुरई से भी मुलाकात की. इसके अलावा उन्होंने कीर्ति आजाद, असम से कांग्रेस सांसद पवन खटुआ, बीजेडी सांसद तथागत सतपति से मुलाकात की.
इससे पहले ममता एनसीपी प्रमुख शरद पवार, उनकी बेटी सुप्रिया सुले, बीजेपी के बागी नेता यशवंत सिन्हा, बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा और राम जेठमलानी से भी मिल चुकी हैं.ममता बुधवार शाम तक सोनिया गांधी, राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई अन्य नेताओं से मुलाकात करेंगी.
राहुल भी मिलते रहे हैं आडवाणी से
गौर हो कि अप्रैल, 2018 में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आडवाणी से मुलाकात कर सबको चौंका दिया था. यही नहीं, लोकसभा की कार्यवाही के दौरान भी राहुल उनसे मुलाकात कर चुके हैं.
इधर, एनआरसी को लेकर ममता बीजेपी पर लगातार हमलावर हैं. ममता ने कहा कि चुनाव जीतने के लिए लोगों को कष्ट पहुंचाया जा रहा है और इससे रक्तपात व गृहयुद्ध शुरू होगा. उन्होंने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) में वैध दस्तावेजों के साथ लोगों के नाम को शामिल नहीं किया गया और यह कार्य राजनीतिक मकसद से किया जा रहा है, जिसका विरोध किया जाएगा.
ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर लोगों को बांटने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया. ममता ने कहा, 'स्थिति को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. इससे देश में रक्तपात, गृहयुद्ध होगा.' एनआरसी के सोमवार (30 जुलाई) को जारी किए गए अंतिम मसौदा सूची में करीब 40 लाख से ज्यादा लोगों को बाहर कर दिया गया है.