कांग्रेस अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद पार्टी के नेताओं का पद छोड़ने का सिलसिला जारी है. अब पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष सोमेन मित्रा ने इस्तीफा दिया है. इससे पहले कांग्रेस महासचिव पद से ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई नेता इस्तीफा दे चुके हैं.
कांग्रेस के कई नेताओं ने लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद अपने पदों से इस्तीफे दे दिए हैं, ताकि राहुल गांधी स्वतंत्र रूप से अपनी नई टीम चुन सकें. कांग्रेस के कानून और आरटीआई सेल के चेयरमैन विवेक तन्खा के इस्तीफा देने के कुछ ही देर बाद, दिल्ली, मध्य प्रदेश और हरियाणा के दूसरे नेताओं ने भी अपने पदों के इस्तीफे दे दिए. हरियाणा महिला कांग्रेस की प्रमुख सुमित्रा चौहान, मेघालय से पार्टी महासचिव नेट्टा पी. संगमा, सचिव वीरेंद्र राठौर, छत्तीसगढ़ के सचिव अनिल चौधरी, मध्य प्रदेश के सचिव सुधीर चौधरी और हरियाणा के सचिव सत्यवीर यादव ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
कांग्रेस ने अपनी उत्तर प्रदेश की सभी जिला समितियों को भंग कर दिया और लोकसभा चुनाव के दौरान अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के मामलों को देखने के लिए एक तीन सदस्यीय अनुशासन समिति का भी गठन किया. हाल के आम चुनाव में कांग्रेस को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है. पार्टी को केवल 52 सीटों पर जीत मिली है. राहुल गांधी खुद उत्तर प्रदेश के अमेठी से अपनी सीट नहीं बचा पाए. हालांकि वह केरल की वायनाड सीट से लोकसभा पहुंचे हैं. इसके बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया और इस बात को कई बार स्पष्ट कर चुके हैं कि वह पार्टी के अध्यक्ष पद पर नहीं बने रहना चाहते हैं.