राज्यपाल ने कहा कि भारतीय संविधान में खूबी है कि यहां की राज्य व्यवस्था केंद्रीय और संघात्मक है. दोनों सरकारें कानून बना सकती हैं लेकिन विवाद की स्थिति में केंद्रीय कानून हावी रहता है. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी में ही उन पर निशाना साधा.
राज्यपाल ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके मंत्रिमंडल को संबोधित करते हुए कहा कि आशा करता हूं कि यहां मौजूद सभी लोग उस पर अमल करेंगे जिसकी आपने शपथ ली है. राज्यपाल ने कहा कि संविधान के सार के बारे में किसी भी तरह का कोई भी मतभेद नहीं होना चाहिए, चाहे राजनीतिक भाषण कितने लुभावने हों.
ममता के भाषण पर नहीं दी प्रतिक्रिया
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि ध्यान रहे, संवैधानिक प्रक्रिया की अवहेलना पर कोई चुप नहीं बैठ सकता. राज्यपाल ने कहा कि जब वे हॉल से बाहर जा रहे थे तब तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जय बांग्ला के नारे लगाए. ममता बनर्जी ने जब अपना भाषण दिया, तब राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
ममता ने कहा यह कश्मीर नहीं
वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर अपने भाषण के दौरान जमकर निशाना साधा. ममता बनर्जी ने राज्यपाल पर निशाना साधते हुए कहा कि वे भूल गए हैं कि ये कश्मीर नहीं है, बंगाल है. वे कश्मीर पर बोलते हैं, लेकिन बंगाल पर नहीं. ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे अपने पद का औचित्य पता है. मुख्यमंत्री अलग पद है और राज्यपाल अलग. राज्यपाल नामति होते हैं.
ममता बनर्जी ने कहा कि राजनीतिक रंगो से इतर महत्वपूर्ण निर्णय वही है, जो जनता के पक्ष में है. आज संविधान की वजह से एक सरकार को इस्तीफा देना पड़ा. जनता महत्वपूर्ण है, व्यक्ति नहीं. महाराष्ट्र की राजनीतिक गतिविधि पर ममता बनर्जी ने कहा कि भले ही सत्तारूढ़ लोग कुछ अनैतिक कदम उठाएं, लेकिन संविधान चेक और बैलेंस की प्रक्रिया पर काम करता है.
फारूक अब्दुल्ला की हिरासत पर सवाल
ममता बनर्जी ने कहा कि हम भीमराव अंबेडकर के प्रति कृतज्ञ हैं, संविधान ने हमें राह दिखाए है. अनेकता में पर हमारा फोकस है. ममता बनर्जी ने जम्मू-कश्मीर पर बोलते हुए कहा कि एक वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला को 3 महीने से हिरासत में क्यों रखा गया है. संविधान ने ऐसे सवाल पूछने के अधिकार हमें दिए हैं. आज लोग बोलने से घबराते हैं.
ममता बनर्जी ने कहा कि हमें उन लोगों से सावधान रहने की जरूरत है जो देश को बांटना चाहते हैं. आज लोगों को बोलने से डर लग रहा है. आज जिन्हें बोलना है, उनके दिमाग में डर बैठ गया है, वे बोल नहीं सकते.
डराने की कोशिश न की जाए: ममता
महाराष्ट्र की गतिविधि पर निशाना साधते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि हमने अब तक सुना था कि 'आजादी आधी रात' को मिली, लेकिन हमने कभी नहीं सुना कि सरकार आधी रात. हमें डराने की कोशिश न की जाए. इसका असर पश्चिम बंगाल में नहीं होगा. ममता बनर्जी ने कहा कि आज भी कुछ लोग हैं, जिन्हें डर नहीं लगता है. उन्हें जेल में जाना पसंद है, लेकिन आपके साथ जाना नहीं.