scorecardresearch
 

बंगाल में फिर डॉक्टरों की पिटाई, नाराज परिजनों का अस्पताल में हंगामा

पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों से मारपीट का मामला अभी शांत ही हुआ था कि बंगाल से ही मारपीट की एक और घटना सामने आई है. घटना हल्दिया के एक अस्पताल की है, जहां एक महिला को इलाज के लिए लाया गया था. महिला को आईसीयू में एडमिट कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

Advertisement
X
हल्दिया का अस्पताल
हल्दिया का अस्पताल

Advertisement

पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों से मारपीट का मामला अभी शांत ही हुआ था कि बंगाल से ही मारपीट की एक और घटना सामने आई है. घटना हल्दिया के एक अस्पताल की है, जहां एक महिला को इलाज के लिए लाया गया था. महिला को आईसीयू में एडमिट कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

इसके बाद महिला के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया. डॉक्टर्स से लेकर नर्स और अस्पताल के स्टॉफ तक जो भी मिला, उसे बुरी तरह पीटा गया. मारपीट की घटना सीसीटीवी में कैद हो गई. काफी देर तक चले इस बवाल को पुलिस ने पहुंचकर शांत कराया.

हाल ही में पश्चिम बंगाल में हफ्ते भर से ज्यादा समय से चल रही जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और आंदोलकारी डॉक्टरों के प्रतिनिधियों की बातचीत के बाद खत्म हो गई. हड़ताली डॉक्टरों के एक प्रतिनिधि ने कहा, "सीएम ममता के साथ हमारी बैठक पॉजिटिव रही और हम अपनी हड़ताल वापस लेते हैं. हम बंगाल के सभी जूनियर डॉक्टरों से अपील करते हैं कि वे जितनी जल्दी संभव हो सके, काम शुरू कर दें. हमने सरकार को बैठक में रखे गए प्रस्तावों पर अमल करने के लिए समय देने का फैसला किया है."

Advertisement

पिछले दिनों नील रतन सरकार मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (NRS) में एक शख्स के दम तोड़ने के बाद उसके तीमारदारों ने जूनियर डॉक्टर्स पर हमला कर दिया था, जिसमें उन्हें गंभीर चोट आई थी. इसके बाद डॉक्टर्स हड़ताल पर बैठ गए थे. पूरे देश के अलग-अलग मेडिकल संस्थानों के डॉक्टर्स ने उनका समर्थन किया. डॉक्टरों की मांग थी कि उन्हें काम करने के लिए सुरक्षित वातावरण मुहैया कराया जाए. लेकिन यह नया मामला सामने आने के बाद हो सकता है कि डॉक्टर्स अपना गुस्सा दोबारा जाहिर करें. ऐसे में सीएम ममता बनर्जी के लिए डॉक्टरों को मनाना मुश्किल हो सकता है. 

Advertisement
Advertisement