नागरिकता कानून पर देश के कई हिस्सों में हिंसा देखी जा रही है. पश्चिम बंगाल में भी नागरिकता कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. वहीं अब पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने इस मुद्दे का राजनीतिकरण न करने की अपील की है. अगर संसद ने कोई कानून बनाया है तो संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों को इस पर विश्वास करना होगा. यह कानून पूरे देश में लागू है.
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि अगर किसी ने संविधान के तहत शपथ ली है तो वे यह नहीं कह सकते कि इसे चुनौती दी जाएगी. बता दें कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा है कि वो नागरिकता कानून और एनआरसी को बंगाल में लागू नहीं होने देंगी.
WB Governor Jagdeep Dhankhar: This law is applicable all over the country. I can't say I will not go by it, no one else can say it. If anyone has taken oath under the Constitution they can't say it will be challenged. I appeal to everyone, please don't politicise the issue. https://t.co/BAOMF7YzS7
— ANI (@ANI) December 14, 2019
डेरेक ओ ब्रायन ने क्या कहा?
वहीं टीएमसी से राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने राज्यपाल को मोटर माउथ कहा है. ब्रायन ने ट्वीट कर कहा है, 'आज दोपहर मैंने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल को मोटर माउथ कहा. यह पर्याप्त नहीं. वह अभी भी ब्ला ब्ला कर रहे हैं. भड़काऊ बयान दे रहे हैं जो सार्वजनिक व्यवस्था को खतरे में डाल सकती है. क्या उच्च संवैधानिक प्राधिकरण उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की प्रतिरक्षा कर रहे हैं?'
This afternoon I called the Governor of West Bengal a motor mouth. Not enough. He is still going blah blah. Making provocative statements that may endanger public order... Are high constitutional authorities immune from having an FIR filed against them ?!
— Derek O'Brien | ডেরেক ও’ব্রায়েন (@derekobrienmp) December 14, 2019
पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों के दौरान व्यापक हिंसा के मद्देनजर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को लोगों से विरोध जताने के लिए लोकतांत्रिक तरीकों का उपयोग करने की अपील की थी. साथ ही चेतावनी दी कि कानून को हाथ में लेने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
कानून अपने हाथ में न लें
ममता ने एक बयान जारी कर कहा कि लोकतांत्रिक तरीकों से आंदोलन करें, लेकिन कानून को अपने हाथ में न लें. सड़कों या ट्रेन की नाकेबंदी न करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि परेशानी पैदा करने वालों में से किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा.
ममता बनर्जी ने कहा कि अगर आम लोगों को तकलीफ होती है तो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. जो लोग गड़बड़ी पैदा कर रहे हैं और कानून को अपने हाथ में ले रहे हैं, उनमें से किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा. हम बसों को आग लगाने वाले, गाड़ियों को पत्थर मारने और सरकारी संपत्ति को नष्ट करने वालों के खिलाफ कानून के मुताबिक कदम उठाएंगे.
मुख्यमंत्री की अपील सीएए के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद आई है. बंगाल में शनिवार को प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने बसों में आग लगा दी, रेलवे संपत्तियों को नष्ट कर दिया और सड़क व रेलमार्ग बाधित बाधित कर दिया. राज्य में तनाव शुक्रवार को शुरू हुआ था.