नरेंद्र मोदी सरकार ने एक अहम खुलासा किया है. एक सवाल का जवाब देते हुए मोदी सरकार ने कहा कि बांग्लादेश के आतंकी समूह पश्चिम बंगाल के मदरसों का इस्तेमाल अपने नापाक इरादों के लिए कर रहे हैं. गृह मंत्रालय ने कहा कि हमारे पास खुफिया रिपोर्ट है कि बर्दवान और मुर्शिदाबाद में मदरसों का उपयोग करके जमात मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) आतंकियों की भर्ती कर रहा है. केंद्र ने जेएमबी को आतंकवादी संगठन की लिस्ट में शामिल किया है.
कुछ रिपोर्टों के अनुसार, जेएमबी ने बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में आतंक की फैक्ट्री स्थापित किया है. इस संकेत के साथ कि बांग्लादेशी आतंकी समूह को लश्कर-ए-तैयबा जैसे पाक आधारित आतंकी समूहों का समर्थन प्राप्त है. केंद्र की मोदी सरकार समय-समय पर राज्य सरकार को सलाह जारी करती आई है.
पश्चिम बंगाल प्रशासन के सूत्रों ने कहा कि हालांकि नई जानकारी तथ्यात्मक नहीं है. एक अन्य उच्च पदस्थ सूत्र ने कहा कि पश्चिम बंगाल में बहुत सारे गैर-मान्यता प्राप्त मदरसे मौजूद हैं और फंडिंग के लिए उन्हें जेएमबी और अन्य बांग्लादेश आधारित संगठनों का समर्थन मिल रहा है.
2 अक्टूबर 2014 को, पश्चिम बंगाल के बर्दवान जिले में एक घर में एक विस्फोट हुआ जिसमें सकील गाजी नाम के व्यक्ति की मौत हो गई थी. एनआईए ने अपनी जांच में खुलासा किया कि जेएमबी के सदस्य बांग्लादेश में लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार को उखाड़ कर शरिया शासन स्थापित करना चाहते थे. इसी तरह, JMB बोधगया विस्फोट में शामिल था.