भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सीनियर नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को राजनीतिक हिंसा पर आड़े हाथों लिया. दरअसल, बंगाल में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए बुधवार को दिल्ली में इंडिया फाउंडेशन और कॉल फॉर जस्टिस की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि मैं हैरान हूं कि ये घटनाएं (राजनीतिक हिंसा) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कार्यकाल के दौरान हुई हैं, जो खुद राजनीतिक हिंसा का शिकार हुई हैं.
Former EAM Sushma Swaraj: I am shocked that these incidents (political violence) have happened during the tenure of West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee who herself has been a victim of political violence. I have seen those times. (24/7) pic.twitter.com/AG7IbXRQV9
— ANI (@ANI) July 24, 2019
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि मुझे आश्चर्य है कि कोई व्यक्ति इतना बर्बर और क्रूर कैसे हो सकता है. पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. तृणमूल कांग्रेस के राज में किसी को भी न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है.
सुषमा स्वराज ने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं का दोष सिर्फ इतना ही था कि वे एक राजनीतिक दल से जुड़े. हम इंसाफ की उम्मीद करें अब किससे, जब मुंसिफ का हाथ ही खून से रंगा है. ममता अपनी सत्ता बनाए रखने के लिए राज्य में यह सब होने दे रही हैं. पीड़ितों को उनके राज में न्याय नहीं मिल सकता.
ममता सरकार पर निशाना साधते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि पीड़ितों पर हुए अत्याचार और हिंसा के हालातों को जानने के लिए बुद्धजीवियों का एक पैनल बनाया गया था. यह पैनल एक रिपोर्ट तैयार कर गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग को सौंपेगा.
एक आंकड़ों के मुताबिक, बंगाल में जनीतिक हिंसा से करीब 150 परिवार पीड़ित है, जिनमें 72 परिवार बीजेपी कार्यकर्ताओं के हैं. इनमें से 23 परिवार बुधवार को दिल्ली न्याय की उम्मीद में पहुंचा.