पश्चिम बंगाल में जय श्रीराम की सियासत के बाद अब जय हनुमान की राजनीति ने तेजी पकड़ ली है. हावड़ा में एक बार फिर सड़कों पर लोगों ने हनुमान चालीसा पढ़ी. इसके अलावा उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में भी हनुमान चालीसा का पाठ सड़क पर पढ़ा गया. वहां राम मंदिर निर्माण के लिए दुआ मांगी गई. इसकी वजह से सड़क पर लंबा जाम लग गया.
अलीगढ़ के सासनी गेट चौराहे के काली मंदिर पर मंगलवार शाम बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ा और आरती की. आरती के दौरान रोड पर जाम लग गया, बसों की कतारें खड़ी हो गईं. आरती के बाद इन कार्यकर्ताओं ने सभी भक्तों को तुलसी के पौधे वितरित किए.
उधर 'जय श्री राम' के नारे को लेकर पश्चिम बंगाल में घमासान मचा है. इस बीच, राम की नगरी अयोध्या के साधु-संत भी अब इस मामले में कूद पड़े हैं. यह सिलसिला पिछले दो महीने से चल रहा है. जून महीने में तपस्वी छावनी में डॉ. राम विलास दास वेदांती और स्वामी परमहंस दास ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की 'सद्बुद्धि' के लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया था. अब बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ता राम मंदिर निर्माण के लिए जगह जगह हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं.
तपस्वी छावनी के महंत स्वामी परमहंस दास का कहना था कि बुद्धि-शुद्धि यज्ञ के साथ देवी शक्ति यज्ञ के माध्यम से राम मंदिर निर्माण की बाधाओं को दूर करने की प्रार्थना की गई है, जिससे केंद्र की सरकार को ईश्वरीय शक्ति प्राप्त हो सके.