प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 के नोट बंद करने का ऐलान कर दिया है. आधी रात से ही ये नोट चलना बंद हो गए. इसके पीछे का मुख्य कारण है ब्लैक मनी पर रोक लगाना है. 500 और 1000 के रुपयों के 50 दिन के भीतर ही पुराने नोटों को बदला जा सकता है. आइए आपको बताते हैं क्या है पुराने और कटे फटे नोट बदलने की प्रक्रिया.
नोट बदलने की प्रक्रिया
एक हजार रुपए के नोटों की गड्डी के बदले लोगों को 100 से 200 रुपए ज्यादा चुकाने पड़ते हैं. हालांकि नोट बदलने का यह तरीका कानूनन मान्य नहीं है. लेकिन फिर भी लोग यह तरीका इस्तेमाल करते हैं. सरकार ने लोगों की इस जरुरत को ध्यान में रखते हुए, सार्वजनिक बैंकों में फटे नोट बदलकर नए और ताजा नोट हासिल करने की सुविधा भी दी है. नोट बदली के कुछ अहम नियम, जिनकी मदद से आप आसानी से फटे पुराने नोटों से निजात पा सकते हैं. अगर आपके पास कटे-फटे नोट हैं, तो अब आप किसी भी बैंक से बिना किसी चार्ज के इन्हें बदल सकते हैं. आरबीआई ने कटे-फटे नोटों को बदलने की प्रक्रिया को आसान करते हुए बैंकों को 20 नोट बिना किसी चार्ज के बदलने के निर्देश दिए हैं. हालांकि, इन नोटों की कुल वैल्यू 5000 रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए. लेकिन यदि आप 20 से ज्यादा नोट बदलना चाहते हैं, तो बैंक आपसे 20 के अलावा जो भी नोट होंगे उनको बदलने के एवज में सर्विस चार्ज ले सकते हैं.
गंदे और हल्के फटे नोट को बदलने के लिए कोई कीमत नहीं चुकानी पड़ती है
गंदे और हल्के से फटे नोट जिनकी दोनों ओर सारे नंबर मौजूद हो, ऐसे नोटों को सार्वजनिक बैंकों के काऊंटरों, कुछ निजी बैंकों के करेंसी चेस्ट काउंटर पर व रिजर्व बैंक के रीजनल ऑफिस में बिना कोई फार्म भरे बदले जा सकते हैं. इसके लिए आपको कोई रकम भी नहीं चुकानी पड़ेगी
कटा फटा नोट भी बदला जा सकता है
अगर आपके पास ज्यादा ही कटा फटा नोट हो तो चिंतित न हो, इन्हें भी बदला जा सकता है. लेकिन इसके लिए नोटे पर उसे जारी करने वाली संस्था, गैरंटी, प्रामिस क्लाज, गवर्नर के सिग्नेचर, अशोक स्तंभ या महात्मा गांधी की तस्वीर के साथ वाटर मार्क होना जरूरी है. ऐसे नोटों का रिफंड आरबीआई के मानकों के अनुसार किया जाता है.