कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पूर्व सरसंघचालक के.एस. सुदर्शन पर जब आरएसएस ही ध्यान नहीं देता, तो हमें उनकी कही बातों पर ‘तरजीह’ देने की क्या जरूरत है.
सिंह से संवाददाताओं ने बातचीत के दौरान सुदर्शन के उस हालिया बयान पर टिप्पणी करने को कहा था, जिसमें उन्होने कहा था कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का यह कथन उनके मानसिक असंतुलन का लक्षण है कि अल्पसंख्यकों का देश के संसाधनों पर पहला हक है. कांग्रेस महासचिव ने कहा कि आरएसएस ने सुदर्शन को सरसंघचालक पद से हटा दिया है और जब संघ खुद उन पर ध्यान नहीं देता, तो हमें उनकी बातों को ‘तरजीह’ देने की क्या जरूरत है.
उल्लेखनीय है कि गत सात अगस्त को यहां भारत भवन में धर्मपाल शोधपीठ के एक आयोजन में सुदर्शन ने मुस्लिम तुष्टीकरण को लेकर कांग्रेस से सवाल किया था. उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान का उल्लेख किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि अल्पसंख्यकों का देश के संसाधनों पर पहला हक है और कहा था कि प्रधानमंत्री का ऐसा कहना उनके मानसिक असंतुलन का लक्षण है.