scorecardresearch
 

तीन करोड़ कोरोना टेस्ट के बाद भी कहां खड़ा है भारत?

भारत दुनिया में चौथा ऐसा देश बन गया है जिसने सबसे ज्यादा टेस्ट किए हैं. चीन, अमेरिका और रूस टेस्ट के मामले में भारत से आगे हैं. हालांकि, भारत में ये संख्या बढ़ाने में एंटीजन टेस्ट का बड़ा योगदान है जो कि कम विश्वसनीय है.

Advertisement
X
भारत में कोरोना के 3 करोड़ टेस्ट किए जा चुके (फाइल फोटो)
भारत में कोरोना के 3 करोड़ टेस्ट किए जा चुके (फाइल फोटो)

Advertisement

  • भारत में कोरोना के अब तक 3 करोड़ टेस्ट किए जा चुके
  • चीन, अमेरिका और रूस टेस्ट के मामले में भारत से आगे

कोरोना से लड़ाई में भारत ने एक खास उप​लब्धि हासिल कर ली है. 17 अगस्त को भारत ने घोषणा की कि देश में अब तक 3 करोड़ टेस्ट किए जा चुके हैं. इसके साथ ही भारत दुनिया में चौथा ऐसा देश बन गया जिसने सबसे ज्यादा टेस्ट किए हैं. चीन, अमेरिका और रूस टेस्ट के मामले में भारत से आगे हैं. हालांकि, भारत में ये संख्या बढ़ाने में एंटीजन टेस्ट का बड़ा योगदान है जो कि कम विश्वसनीय है.

महामारी के पहले कुछ महीनों में आलोचना हो रही थी कि अन्य देशों की तुलना में भारत बहुत कम टेस्ट कर रहा था. मई के अंत तक, 215 में से केवल 52 देश ही ऐसे थे, जिनके आंकड़े बता रहे थे कि वे अपनी जनसंख्या के मुताबिक भारत से कम टेस्ट कर रहे हैं. कोरोना से बुरी तरह प्रभावित देशों में कोई भी देश भारत की तुलना में प्रति मिलियन जनसंख्या पर कम लोगों का टेस्ट नहीं कर रहा था.

Advertisement

thumbnail_tests_august19-04_082020090108.jpg

पिछले महीने के दौरान ये स्थिति बदल गई. भारत ने अब तीन करोड़ टेस्ट कर लिए हैं और आखिरी के एक करोड़ टेस्ट मात्र दो हफ्ते में किए गए हैं. पहला एक करोड़ टेस्ट 164 दिन में हुआ था, और दूसरा एक करोड़ 27 दिन में हुआ था.

पिछले दो हफ्तों में भारत में हर दिन करीब छह लाख से ज्यादा लोगों के ​टेस्ट किए गए. मई के आखिरी हफ्ते की ​तुलना में ये काफी ज्यादा है, जब हर दिन करीब एक लाख से कम लोगों का टेस्ट हो रहा था.

लेकिन क्या भारत पर्याप्त टेस्ट कर रहा है?

इस वृद्धि के बावजूद, भारत अब भी पीछे है. मैक्सिको को छोड़कर अन्य सबसे ज्यादा प्रभावित देशों की तुलना में, जनसंख्या के अनुपात में भारत कम टेस्ट कर रहा है. फिलहाल भारत प्रति दस लाख जनसंख्या पर 21,742 टेस्ट कर रहा है. इस पैमाने पर देखा जाए तो दुनिया भर में 123 देश ऐसे हैं जो भारत की तुलना में ज्यादा लोगों का टेस्ट कर रहे हैं. इस सूची में इराक भी शामिल है.

हालांकि, भारत में टेस्ट पॉजिटिव रेट 9 प्रतिशत है जो कि तुलनात्मक रूप से कम है. सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में रूस, स्पेन और अमेरिका जैसे कुछ ही देश हैं जिनका टेस्ट पॉजिटिव रेट कम है.

Advertisement

thumbnail_tests_august19-05_082020090200.jpg

अब तक भारत में टेस्ट पॉजिटिव रेट लगातार बढ़ रही है, लेकिन ये हालात बदल सकते हैं और जरूरी नहीं कि ये अच्छा संकेत हो. जून से ही इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च राज्यों को रैपिड एंटीजन टेस्ट के जरिये टेस्ट संख्या बढ़ाने के लिए आगाह कर रहा है.

3_082020090230.jpg

हालांकि, एंटीजन टेस्ट के जरिए कई राज्यों की टेस्ट संख्या बढ़ गई है. यह संभवतः पॉजिटिव रेट को भी प्रभावित कर रहा है, क्योंकि एंटीजन टेस्ट, आरटी-पीसीआर टेस्ट की तुलना में काफी कम संवेदनशील हैं. जो नए टेस्ट हो रहे हैं, उनमें से कितने आरटी-पीसीआर टेस्ट हैं, इसकी संख्या ज्ञात नहीं है. दिल्ली, केरल और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में जहां डेटा उपलब्ध है, एंटीजन टेस्ट ने आरटी-पीसीआर टेस्ट को पीछे छोड़ दिया है.

Advertisement
Advertisement