भारतीय जनता पार्टी के द्वारा अपने विरोधियों को टुकड़े टुकड़े गैंग का सदस्य बताकर निशाना साधा जाता है. लेकिन एक RTI के जवाब में केंद्रीय गृह मंत्रालय का कहना है कि देश में ऐसे किसी गैंग के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सार्वजनिक सभाओं में इस शब्द का इस्तेमाल कर विरोधियों को आड़े हाथों ले चुके हैं, जिसपर काफी विवाद भी रहा है.
RTI एक्टिविस्ट साकेत गोखले द्वारा 26 दिसंबर को पूछे गए एक सवाल के जवाब में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है, ‘गृह मंत्रालय के पास टुकड़े टुकड़े गैंग को लेकर कोई जानकारी नहीं है.
साकेत गोखले ने अपने सवाल में पूछा था कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली की एक सभा में कहा है कि दिल्ली के टुकड़े टुकड़े गैंग को सबक सिखाना और सजा देना काफी जरूरी है. इसी बयान का हवाला देते हुए साकेत गोखले ने गृह मंत्रालय से ये जानकारी मांगी थी. साकेत गोखले ने अपनी RTI में टुकड़े टुकड़े गैंग का मतलब, इस गैंग के सदस्यों की लिस्ट की जानकारी मांगी थी.
PEOPLE - IT'S OFFICIAL
The Home Ministry has responded to my RTI saying:
"Ministry of Home Affairs has no information concerning tukde-tukde gang."
Maanyavar is a liar.
The "tukde tukde gang" does not officially exist & is merely a figment of Amit Shah's imagination. pic.twitter.com/yaUGjrqI4f
— Saket Gokhale (@SaketGokhale) January 20, 2020
इस RTI के जवाब से पहले गृह मंत्रालय के सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया था कि इंटेलिजेंस या कानून प्रवर्तन एजेंसियों की ओर से अपनी किसी भी रिपोर्ट में ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ जैसा कोई उल्लेख नहीं किया गया है.
RTI में पूछे गए कुछ सवाल...
1. कृपया टुकड़े-टुकड़े गैंग की परिभाषा बताइए जैसे कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पहचान की है. और क्या इस कथित गैंग की पहचान के लिए कोई स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (SOP) तय किया गया है?
2. कृपया बताएं कि क्या केंद्रीय गृह मंत्री ने कथित टुकड़े-टुकड़े गैंग का जो उल्लेख किया वो मंत्रालय की विशिष्ट ब्रीफिंग या अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों की ओर से दी गई जानकारी पर आधारित है?
3. कृपया बताएं कि क्या केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ‘टुकड़े-टुकड़े’ गैंग में शामिल नेताओं और सदस्यों की कोई लिस्ट तैयार कर रखी है, जिस गैंग का केंद्रीय मंत्री ने उल्लेख किया?
गौरतलब है कि साल 2016 में दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में एक प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी हुई थी. जिसके बाद से ही बीजेपी कार्यकर्ताओं की तरफ से ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ शब्द का इस्तेमाल किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई बड़े नेता विरोधियों, विपक्षी पार्टी पर निशाना साधते हुए टुकड़े-टुकड़े गैंग, खान मार्केट गैंग जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते आए हैं.