प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीचर्स डे के मौके पर एक बच्चे के सवाल के जवाब में कहा था कि 2024 के आम चुनाव तक उनकी कुर्सी को कोई खतरा नहीं है. इस बच्चे ने मोदी से ‘पीएम कैसे बना जाए’, इस पर सलाह मांगी थी. मोदी ने भले ही इसका जवाब हल्के मूड में दिया लेकिन उस वक्त से ही सियासी गलियारे में इसकी चर्चा होने लगी कि आखिर 2024 के बाद नरेंद्र मोदी का उत्तराधिकारी कौन होगा.
देखा जाए तो मोदी की कुर्सी का वारिस कोई ऐसा शख्स होगा जो बीजेपी और आरएसएस की ‘कॉमन च्वाईस’ यानी मिली जुली पसंद हो. ऐसे में बीजेपी में कुछ ऐसे नाम हैं जिन्हें मोदी का उत्तराधिकारी माना जा सकता है.
आगे के स्लाइड्स पर क्लिक कर जानें उन संभावितों के नाम जो मोदी के वारिस हो सकते हैं.{mospagebreak}
अमित शाह
22 अक्टूबर 1964 को जन्मे अमित शाह गुजरात से आते हैं और इस समय वो बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. पीएम मोदी के बेहद करीबी अमित शाह को मोदी के सीएम रहते गुजरात सरकार में कई अहम महकमों की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. 2014 के आम चुनाव में बीजेपी को मिली अप्रत्याशित जीत में शाह की अहम भूमिका रही है.{mospagebreak}
नितिन गडकरी
27 मई 1957 को जन्मे नितिन गडकरी केंद्र में बीजेपी की मौजूदा सरकार में परिवहन मंत्री हैं. 2009 में आम चुनावों में बीजेपी को मिली हार के बाद गडकरी को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था. निजीकरण के मुखर समर्थक गडकरी को इंफ्रास्टक्चर के क्षेत्रों में प्राइवेट कंपनियों के निवेश को बढ़ावा देने वाले शख्स के तौर पर जाना जाता है.{mospagebreak}
शिवराज सिंह चौहान
5 मार्च 1959 को जन्मे शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री हैं. चौहान 29 नवंबर, 2005 को बाबू लाल गौड़ की जगह सीएम बने. वो बीजेपी के महासचिव और मध्य प्रदेश ईकाई के अध्यक्ष भी रहे हैं.{mospagebreak}
देवेंद्र फडनवीस
22 जुलाई 1970 को जन्मे देवेंद्र गंगाधरराव फडनवीस महाराष्ट्र के 18वें और मौजूदा सीएम हैं. वो बीजेपी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष भी हैं. फड़नवीस नागपुर साउथ वेस्ट विधानसभा सीट से चुने गए हैं.{mospagebreak}
मनोहर पर्रिकर
13 दिसंबर 1955 को जन्मे बीजेपी नेता मनोहर गोपालकृष्ण प्रभु पर्रिकर इस समय देश के रक्षा मंत्री हैं. आईआईटी के स्टूडेंट रहे पर्रिकर इससे पहले गोवा के सीएम रहे हैं.{mospagebreak}
रविशंकर प्रसाद
30 अगस्त 1954 को जन्मे रविशंकर प्रसाद वकील, राजनेता और इस वक्त केंद्रीय संचार एवं सूचना तकनीकी मंत्री हैं. प्रसाद राज्यसभा सदस्य हैं और बिहार का प्रतिनिधित्व करते हैं.{mospagebreak}
किरेन रिजिजू
19 नवंबर 1971 को जन्मे किरेन रिजिजू इस वक्त केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हैं. 2014 के आम चुनावों में वो दूसरी बार अरुणाचल (वेस्ट) संसदीय सीट से जीतकर संसद पहुंचे हैं.{mospagebreak}
राम माधव
22 अप्रैल 1965 को जन्मे राम माधव आरएसएस के शीर्ष बुद्धिजीवियों में शुमार किए जाते हैं. राम माधव 2003 से आरएसएस के प्रवक्ता रहे. केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद राम माधव बीजेपी में आए. इन्हें बीजेपी और आरएसएस के बीच एक अहम कड़ी माना जाता है.{mospagebreak}
रमन सिंह
15 अक्टूबर 1952 को जन्मे रमन सिंह युवा सदस्य के तौर पर भारतीय जनसंघ से जुड़े. ये कवर्धा में युवा इकाई के प्रेसिडेंट भी रहे. रमन सिंह 2013 में लगातार तीसरी बार छत्तीसगढ़ के सीएम बने.{mospagebreak}
जे पी नड्डा
2 दिसंबर 1960 को जन्मे जगत प्रकाश नड्डा हिमाचल प्रदेश के कद्दावर नेताओं में शुमार किए जाते हैं. नड्डा इस वक्त केंद्र में स्वास्थ्य मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. नड्डा राज्यसभा के सदस्य हैं और हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हैं.{mospagebreak}
वसुंधरा राजे
वसुंधरा राजे सिंधिया 2013 से राजस्थान की सीएम हैं. इससे पहले वो 2003 से 2008 तक सूबे की सीएम रही हैं. 8 मार्च 1953 को जन्मी वसुंधरा राजस्थान की पहली महिला सीएम हैं.{mospagebreak}
उमा भारती
बीजेपी की फायरब्रांड नेताओं में शुमार उमा भारती मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं. 3 मई 1959 को जन्मी उमा भारती राम जन्मभूमि आंदोलन के बड़े नेताओं में से एक हैं.{mospagebreak}
स्मृति ईरानी
मोदी सरकार में सबसे कम उम्र की मंत्री स्मृति ईरानी को मानव संसाधन विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है. 23 मार्च 1976 को जन्मीं स्मृति मॉडल और टीवी एक्ट्रेस रही हैं. अभिनय की दुनिया से राजनीति में कदम रखने वाली स्मृति ने बीते लोकसभा चुनाव में अमेठी सीट से राहुल गांधी को टक्कर दिया. हालांकि वो कामयाब नहीं रहीं. स्मृति राज्यसभा की सदस्य हैं.