हैदराबाद बम धमाकों की गूंज शुक्रवार को लोकसभा में भी सुनाई दी. लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने सदन में केंद्र सरकार की खिंचाई करते हुए कहा कि खुफिया एजेंसियों द्वारा आतंकी हमलों की पूर्व सूचना मिलने के बावजूद सरकार क्यों नहीं जागी.
वरिष्ठ बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि ये बहुत दर्दनाक हादसा है. इस वक्त सभी राजनीतिक दलों को एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि ये एक दूसरे पर आरोप लगाने का समय नहीं है. आतंक का कोई धर्म नहीं होता.
सुषमा ने कहा कि आतंकवाद से लड़ने के लिए समान सोच बननी चाहिए. इस हादसे के बाद लगता है कि केंद्र सरकार, राज्य सरकार और खुफिया एजेंसियों में तालमेल का अभाव है.
उन्होंने कहा कि आतंकवादी घटना की आशंका के बारे में राज्यों को सूचित भर कर देने से केन्द्र के जिम्मदारी की इतिश्री नहीं हो जाती है. उन्होंने इस बात को दुर्भाग्यपूर्ण बताया कि हमले की आशंका की जानकारी दिये जाने के बाद भी आतंकवादी ऐसा करने में सफल हो जाते हैं.
माकपा के बासुदेव आचार्य ने कहा कि हैदाराबाद में आतंकी हमलों की तीन घटनायें हो चुकी है और इसके बावजूद वहां खुफियातंत्र बार बार चूक रहा है. उन्होंने कहा कि हैदाराबाद में राष्ट्रीय अपराध निरोधक केन्द्र की मैजूदगी के बावजूद वहां यह घटना कैसे हुई इसका जवाब केन्द्र और राज्य दोनों को देना होगा.
उन्होंने कहा कि आतंकवाद का कोई रंग और धर्म नहीं होता और हमें एक होकर इससे लड़ना है.