सीआईए को डर है कि अमेरिका में उसकी ही धरती से पैदा होने वाले डेविड हेडली जैसे आतंकवादियों के कारण दूसरे देश अमेरिका को ‘आतंकवाद का निर्यातक’ मान लेंगे और आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका के साथ सहयोग कम कर देंगे.
इस बात का खुलासा वेबसाइट विकीलीक्स पर पोस्ट किए गए नए गोपनीय दस्तावेजों में किया गया है. वेबसाइट पर पोस्ट किए गए दस्तावेज के मुताबिक सीआईए इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि विदेशी सरकारें अमेरिका में उसी की धरती से पैदा हो रहे आतंकवाद के चलते हिरासत, सूचनाओं की साझेदारी और दूसरे मुद्दों पर अमेरिका के साथ सहयोग कम कर देंगे.
दस्तावेज के मुताबिक ‘मुख्य तौर पर हम अमेरिका में हमला करने के लिए अल-कायदा की ओर से आ रहे आतंकवादियों को लेकर चिंतित हैं.’ लश्कर आतंकवादी हेडली के संदर्भ में दस्तावेज में कहा गया है ‘लश्कर ने उसे प्रेरित किया कि वह अपना नाम दाउद गिलानी से बदल कर डेविड हेडली रख ले, ताकि अमेरिका, पाकिस्तान और भारत में आराम से घूम सके.’ {mospagebreak}
ऐसे घरेलू आतंकवादियों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताते हुए दस्तावेज में कहा गया है ‘अमेरिका को अगर आतंकवाद के निर्यातक के तौर पर देखा जाने लगा, तो विदेशी सहयोगी अंतर न्यायिक गतिविधियों, जैसे तीसरे देशों में संदिग्धों के साथ पूछताछ, उनकी हिरासत और उनके स्थानांतरण में अमेरिका के साथ सहयोग कम करने के इच्छुक हो सकते हैं.’
सीआईए के प्रवक्ता मैरी हार्फ ने बताया ‘ऐसे विश्लेषणात्मक उत्पाद, जो एजेंसी के रेड सेल से आते हैं, सामान्य तौर पर सोचने के लिए प्रेरित करने वाले हैं और अलग-अलग दृष्टिकोणों को प्रदर्शित करते हैं.’ दस्तावेज के मुताबिक ‘ऐसे बढ़ते मामले न केवल दूसरे देशों के साथ अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों को चुनौती देते हैं, बल्कि आतंकवाद निरोध के हमारे वैश्विक प्रयासों को भी नुकसान पहुंचाते हैं.’