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गुरुनाथ की करतूतों से वाकिफ नहीं श्रीनिवासन

बीसीसीआई प्रमुख एन श्रीनिवासन ने दावा किया कि उन्हें अपने दामाद गुरुनाथ मयप्पन के सट्टेबाजी में लिप्त होने की जानकारी नहीं थी. उन्होंने कहा कि किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाएगा और उसके खिलाफ भी उसी तत्परता से कार्रवाई की जाएगी जैसे कि खिलाड़ियों के मामले में की गयी थी.

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गुरुनाथ मयप्‍पन और श्रीनिवासन
गुरुनाथ मयप्‍पन और श्रीनिवासन

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बीसीसीआई प्रमुख एन श्रीनिवासन ने दावा किया कि उन्हें अपने दामाद गुरुनाथ मयप्पन के सट्टेबाजी में लिप्त होने की जानकारी नहीं थी. उन्होंने कहा कि किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाएगा और उसके खिलाफ भी उसी तत्परता से कार्रवाई की जाएगी जैसे कि खिलाड़ियों के मामले में की गयी थी.

श्रीनिवासन ने कहा, ‘आप यकीन कर सकते हैं कि बीसीसीआई उसी तत्परता से कार्रवाई करेगा. जहां तक गुरुनाथ का सवाल है तो हमने जिस तरह की कार्रवाई दूसरों के मामले की वही उस पर भी लागू होगी. किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाएगा.’

चेन्नई सुपरकिंग्स के ‘टीम प्रिंसिपल’ गुरुनाथ के आईपीएल मैचों में सट्टेबाजी में लिप्त रहने के बारे में पूछे जाने पर श्रीनिवासन ने दावा किया कि उन्हें कोई जानकारी नहीं थी. उन्होंने यह कहकर अपने दावे की पुष्टि करने की कोशिश की कि वह बमुश्किल कोई मैच देखते हैं. उन्होंने कहा, ‘मुझे गुरुनाथ के शामिल होने की किसी तरह की जानकारी नहीं थी. सभी जानते हैं कि मैं बमुश्किल कोई मैच देखने के लिये जाता हूं. सभी को पता है कि मैं चेन्नई सुपरकिंग्स के मैचों में नहीं जाता हूं.’ श्रीनिवासन ने कहा, ‘इसकी जांच की जाएगी, जो भी कदम उठाये जाएंगे वह निष्पक्ष होंगे.’

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बोर्ड प्रमुख ने साफ किया कि उनका अपना पद से इस्तीफा देने का कोई इरादा नहीं है. उन्होंने कहा कि उन्हें क्रिकेट बोर्ड का भी समर्थन हासिल है. उन्होंने यह बात मानने से भी इन्कार कर दिया कि स्पाट फिक्सिंग विवाद के बाद बोर्ड की छवि खराब हुई है.

उन्होंने कहा, ‘बोर्ड की छवि को नुकसान नहीं पहुंचा है.’ श्रीनिवासन के इस्तीफे की मांग लगातार उठ रही है लेकिन वह अपना पद नहीं छोड़ने के प्रति अडिग हैं. उन्होंने कहा, ‘मेरे अनुसार यह योजनाबद्ध दबाव है. बीसीसीआई का चयनित अध्यक्ष होने के नाते मैंने अध्यक्ष रहते हुए कुछ भी गलत नहीं किया. मुझे ऐसा कोई कारण नहीं नजर आता जो कि लोग मुझसे इस्तीफा देने के लिये कहें. मैंने देखा है कि मीडिया मेरे खून का प्यासा है, राजनीतिक दल और कई अन्य लोग कह रहे हैं कि मुझे इस्तीफा देना चाहिए.’

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