हिजबुल मुजाहिद्दीन के संदिग्ध आतंकवादी लियाकत शाह की गिरफ्तारी की परिस्थतियों की जांच अब एनआईए करेगा. तो क्या एनआईए जम्मू सरकार और केंद्र सरकार के विरोध के बीच का सच निकाल पाएगा?
केन्द्र ने इस गिरफ्तारी की परिस्थितियों की जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी को आदेश दिये. केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने यहां कहा, ‘मैंने एनआईए से मामले की जांच को कहा है.’ जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को शिंदे से बात की थी. उन्होंने मांग की थी कि लियाकत की गिरफ्तारी की परिस्थितियों की एनआईए द्वारा ‘शीघ्र एवं समयबद्ध’ तरीके से जांच की जाये.
दिल्ली पुलिस ने जहां दावा किया था कि लियाकत हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकवादी है, जम्मू कश्मीर पुलिस इस बात पर जोर दे रही है कि वह उन लोगों में शामिल था जो 1990 के दशक में सीमा पार करके गये थे. जम्मू कश्मीर पुलिस के अनुसार लियाकत राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत आत्मसमर्पण करने के लिए भारत लौटा था.
सूत्रों ने बताया कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय को एक सूची सौंपी गयी है. इसमें उन लोगों के नाम हैं जो सीमा पार करके पाक अधिकृत कश्मीर गये और अब वे नेपाल मार्ग से वापस आकर आत्मसमर्पण करना चाहते हैं.
नब्बे लोगों की सूची 2012 में तैयार की गयी थी. इसमें लियाकत का नाम शामिल था जिस पर जम्मू कश्मीर पुलिस एवं केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने विचार किया था. दिल्ली पुलिस का दावा है कि उसके पास लियाकत के आने की खुफिया सूचना थी. यह खुफिया सूचना दिल्ली पुलिस ने अपने स्तर पर जुटायी थी.
पुलिस ने लियाकत के एक सहयोगी का रेखाचित्र बनवाया है. इस व्यक्ति ने पुरानी दिल्ली के एक गेस्ट हाउस में कथित तौर पर हथियार रखे थे.
दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने दावा किया था कि उन्होंने लियाकत की गिरफ्तारी के साथ ही इस सप्ताह होली से पहले दिल्ली में आत्मघाती हमले की आशंका को नकार दिया.
पुलिस का दावा है कि लियाकत हिजबुल मुजाहिद्दीन का एक आतंकवादी है और उसने संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी पर चढ़ाये जाने का बदला लेने के लिए हमले की योजना बनायी थी.
बहरहाल, जम्मू कश्मीर पुलिस ने लियाकत के परिवार के इस दावे का समर्थन किया है कि वह पूर्व आतंकवादी है जिसने नेपाल सीमा पर सुनौली चौकी पर एसएसबी के समक्ष आत्मसमर्पण किया था. वह पुनर्वास नीति के तहत पाक अधिकृत कश्मीर से एक समूह के साथ लौट रहा था. उसे 20 मार्च को भारत नेपाल सीमा पर गिरफ्तार किया गया.