सरकार को दिए अपने अल्टीमेटम के आखिरी दिन यानी अनशन के चौथे दिन अन्ना हजारे ने कहा कि वह किसी खास पार्टी से अलग साफ छवि वाले नेताओं का समर्थन करेंगे. हालांकि उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए यह जरूर कहा कि यह सरकार बार-बार धोखा देती है.
75 वर्षीय समाजसेवी ने कहा कि मैं तब तक आंदोलन करूंगा जब तक मेरे प्राण रहेंगे. उन्होंने आगे कहा कि यह मेरी लड़ाई नहीं है, यह लड़ाई मैं लोकपाल के लिए लड़ रहा हूं और लोकपाल आने तक यह लड़ाई जारी रहेगी.
2014 के लोकसभा चुनाव के बाबत उन्होंने कहा कि हमारी टीम चरित्रवान लोगों की खोज करेगी. हालांकि उन्होंने जोर देकर यह बात दोहराई कि वह खुद ना तो चुनाव लड़ेंगे और ना ही किसी पार्टी का निर्माण करेंगे.
अपने आंदोलन के बारे में उन्होंने कहा कि हमारा आंदोलन देश के 400 जिलों में जारी है. हम यह आंदोलन भीड़ दिखाने के लिए नहीं कर रहे हैं.