ब्रिटिश इतिहासकार विलियम डेलरिंपल ने दावा किया है कि दिल्ली एयरपोर्ट पर सोमवार रात एयर इंडिया के जिस विमान की इमरजेंसी लैंडिंग की गई थी, असल में वह पहले से खराब था. विलियम खुजराहो-वाराणसी-दिल्ली से उसी विमान में सवार थे.
आजतक से खास बातचीत में विलियम ने बताया कि खजुराहो-वाराणसी-दिल्ली की वह उड़ान लगभग रद्द हो गई थी. लेकिन यात्रियों को अंतिम समय में बताया गया कि विमान ठीक हो गया है और खजुराहो से दिल्ली की उड़ान भरेगा. लेखक ने कहा, 'उड़ान भरने के समय विमान में खराबी थी.'
उन्होंने कहा कि विमान में अपने बेटे के साथ एयर इंडिया का एक इंजीनियर भी सफर कर रहा था, जिसने कहा कि वह बहुत नर्वस है क्योंकि उसे नहीं लगता कि विमान को ठीक कर लिया गया है और वह प्रार्थना कर रहा था.
यात्रियों ने की चोट लगने की शिकायत
गौरतलब है कि Airbus 320 के दिल्ली में इमरजेंसी लैंडिंग करने के बाद कुछ यात्रियों ने मामूली चोट लगने की शिकायत की. हालांकि, एयर इंडिया ने कहा कि एयरक्राफ्ट में हाइड्रॉलिक खराबी आ गई थी और इसी वजह से लैंडिंग के वक्त उसमें आग लग गई. रनवे छूते ही 21 साल पुराने विमान के निचले भाग में बाईं ओर लपटें उठती हुई देखी गईं थीं.
विलियम ने बताया कि विमान के उतरते ही जैसे ही इमरजेंसी गेट खोला गया सामने पानी की बौछार की जा रही थी. इस दौरान काला धुआं उठते भी देखा गया था. विलियम ने आरोप लगाया कि विमान की लैंडिंग के तीन घंटे बाद भी बैगेज को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई.
विमान पर सवार 153 यात्रियों को लैंडिंग के फौरन बाद उतार कर विमान को खींचकर दूर ले जाया गया. चोटग्रस्त यात्रियों का एयरपोर्ट के हॉस्पिटल में उपचार किया गया.