दिसंबर का महीना शुरू हो गया है, लेकिन उत्तर- पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अभी ऐसी सर्दी महसूस नहीं हो रही, जैसी हर साल होती रही है. राजधानी दिल्ली में 2 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं 1 दिसंबर को दिल्ली में दर्ज अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस था. मौसम पूर्वानुमान विभाग के मुताबिक आने वाले सप्ताह के लिए न्यूनतम और अधिकतम तापमान सीमा समान होने की उम्मीद है.
हालांकि, नवंबर के महीने में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बर्फबारी हुई थी. जिसकी वजह से आस-पास के इलाकों में शीतलहर महसूस हुई, लेकिन दिसंबर के महीने में सूखे पश्चिमी डिस्टर्बेंस के कारण ठंडी हवा उत्तर के इलाकों में प्रवेश नहीं कर पा रही है. जिससे हर साल दिसंबर में होने वाली सर्दी के मुकाबले इस बार दिसंबर में सिर्फ सामान्य तापमान महसूस किया जा रहा है.
मौसम पूर्वानुमान विभाग की अधिकारी सुनीता देवी ने बताया, भविष्यवाणी के अनुसार इस साल उत्तर पश्चिम भारत में दिसंबर के महीने में तापमान सामान्य की तुलना में अधिक है. उदाहरण के लिए दिल्ली में औसत रात का तापमान 10 डिग्री है, लेकिन क्लाउड कवर के कारण तापमान 1 डिग्री सेल्सियस अधिक है. इसी तरह दिन का तापमान 26-27 डिग्री तक पहुंचने की उम्मीद है.
हालांकि, सुनीता देवी ने यह भी कहा कि एक्टिव वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के 11 दिसंबर के बाद हिमालय पहुंचने की उम्मीद है. जिसके कारण उत्तर और उत्तर पश्चिमी भागों जैसे जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के तापमान में काफी गिरावट आएगी और शीतकालीन स्थितियों को महसूस किया जाएगा. यानी दिसंबर के मध्य में देश में असल सर्दी आने की उम्मीद है.