जम्मू कश्मीर में बाढ़ की भारी तबाही के बाद जिंदगी पटरी पर लौट रही है. श्रीनगर में बाढ़ के बीच तीन दिनों तक फंसे रहने के बाद असम की एक युवती जम्मू रेलवे प्लेटफॉर्म पर बच्चे को जन्म दिया है.
गुवाहाटी की मोफिदा खातून के लिए कुछ दिन पहले तक ये यकीन करना भी मुश्किल था कि वो अपने बच्चे के जन्म भी दे पाएंगी. नौ महीने की गर्भवती मोफिदा अपने पति हैदर अली और बेटे के साथ श्रीनगर के मौसूमा इलाके में बाढ़ में फंसी हुई थी. बाढ़ के पानी में 72 घंटे गुजारने के बाद किसी तरह वो दोनो एक ट्रक में बैठकर जम्मू रेलवे स्टेशन पहुंचे. यहां पहुंचते ही मोफिदा ने अपने दूसरे बेटे को जन्म दिया.
जम्मू कश्मीर में अब तक की सबसे भीषण बाढ़ में लगभग 300 लोगों की मौत हो गई और हजारों बेघर हो गए. बाढ़ की तबाही का आलम ये था कि राहत के लिए लोगों तक पहुंचने में सेना को भी काफी मुश्किल का सामना करना पड़ा. मोफिदा खुशकिस्मत रही कि तबाही के इस मंजर से वो एक नई जिंदगी को साथ लिए लौट रहें हैं.