रेप को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के बाद अब महाराष्ट्र में पार्टी के अध्यक्ष अबू आजमी ने भी इस मुद्दे पर विवादित बयान दिया है. अबू आजमी तो मुलायम से भी एक कदम आगे निकले और कहा कि जो महिलाएं सहमति या बिना सहमति के सेक्स करती हैं उन्हें फांसी पर टांग देना चाहिए.
एक अखबार को दिए इंटरव्यू में अबू आजमी से जब पूछा गया कि वो मुलायम सिंह के बयान पर क्या कहना चाहते हैं तो उनका जवाब था, ‘रेप पर इस्लाम में फांसी की सजा है. लेकिन यहां औरतों को कुछ नहीं होता जबकि मर्द को सजा मिलती है. औरत भी कसूरवार होती है. अगर मर्जी से कोई सेक्स करता है तो कोई दिक्कत नहीं है. वहीं जब शिकायत होती है तो दिक्कत होती है. हाथ लगाया तो शिकायत कर देती हैं अगर नहीं लगाया तो भी शिकायत कर देती हैं. यहां ये मामला आजकल बहुत बढ़ गया है. और मर्द की इससे जिंदगी भर की इज्जत खत्म हो जाती है.’
आजमी ने कहा, ‘इस्लाम के मुताबिक मर्जी से भी कोई संबंध बनाता है तो फांसी होनी चाहिए. हिंदुस्तान में रेप के लिए फांसी दी जाने लगी है. अगर मर्जी से कर रहे हैं तो कुछ नहीं होता. लेकिन मर्जी और बगैर मर्जी के बीच में जिंदगी और मौत का सवाल है. सहमति से साथ रह रहा है तो कुछ नहीं होता लेकिन नाराज होकर शिकायत कर दे तो फांसी हो जाएगी. ये मामला बहुत संगीन है.’
आजमी से जब पूछा गया रेप जैसी घटनाओं का समाधान क्या है तो उन्होंने जवाब दिया- ‘समाधान ये है कि कोई भी लड़की अगर शादीशुदा हो या अविवाहित हो अपनी मर्जी से या बगैर मर्जी के संबंध बनाती है तो उसे भी फांसी की सजा दी जानी चाहिए. लड़का-लड़की दोनों को फांसी होनी चाहिए.’
हालांकि उन्होंने साफ किया कि किसी के साथ जबरन रेप किया जाता है तो लड़के को ही फांसी होनी चाहिए.
इतना कुछ बोलने के बाद मुलायम के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए आजमी ने कहा, ‘वो किस संदर्भ में बोल रहे थे ये मुझे पता नहीं लेकिन रेप के मामले में फांसी होनी ही चाहिए.’
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सभी मामलों में रेप पर फांसी देना पूरी तरह से गलत है. लड़कों से अकसर गलतियां हो जाती हैं तो ऐसे पर सीधे-सीधे फांसी देना गलत है. उन्होंने कहा कि मुंबई में तीन लड़कों को फांसी दे दी गई, जो कि नहीं होनी चाहिए.