बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को दावा किया कि महिला आरक्षण विधेयक लोकसभा में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के विरोध के बावजूद भी पारित होगा.
अपने संसदीय क्षेत्र छपरा में एक रोड शो के दौरान लालू द्वारा रविवार को यह कहे जाने पर कि लोकसभा में उक्त बिल उनकी लाश पर ही पारित होगा, नीतीश ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राजद सुप्रीमो ने ऐसी ही प्रतिक्रिया झारखंड राज्य बनने के समय भी दी थी.
नीतीश ने कहा कि नब्बे के दशक में बिहार विधानसभा में लालू ने कहा था कि बिहार का बंटवारा कर झारखंड राज्य का गठन उनकी लाश पर ही होगा, लेकिन बाद में उनकी ही पार्टी के शासनकाल के दौरान 15 नवंबर 2000 को बिहार का बंटवारा हुआ और अलग झारखंड राज्य आस्तित्व में आया.
नीतीश ने कहा कि लालू के ऐसे कथन को अब कोई संजीदगी से नहीं लेता और राजद के साथ-साथ उनकी सहयोगी पार्टी लोजपा को जनता अगले बिहार विधानसभा चुनाव में सबक सिखा देगी. बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग विकास और सामाजिक न्याय में विश्वास रखते हैं वे राजग में एक बार फिर अपनी आस्था व्यक्त करेंगे.