scorecardresearch
 

रेसलर नरसिंह यादव डोपिंग केस में सुस्त जांच को लेकर कोर्ट ने CBI को लगाई फटकार

नरसिंह यादव ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर कहा था कि उन्हें ओलिंपिक में खेलने से रोकने के लिये डोपिंग के आरोप में फंसाया गया था. तीन साल पूरा होने पर भी सीबीआई कुछ नहीं कर पाई है. 2020 मार्च तक डोपिंग की वजह से नरसिंह यादव को एसोसिएशन ने खेलने से बैन किया हुआ है.

Advertisement
X
जांच प्रक्रिया में देरी की वजह से अधर में रेसलर का करियर (फाइल फोटो- नरसिंह यादव)
जांच प्रक्रिया में देरी की वजह से अधर में रेसलर का करियर (फाइल फोटो- नरसिंह यादव)

Advertisement

रेसलर नरसिंह यादव को डोपिंग के मामले में फंसे हुए 3 साल से ऊपर हो गए हैं लेकिन वो अभी भी इंसाफ के लिए कोर्ट के चक्कर लगा रहे हैं. यह मामला दिल्ली हाईकोर्ट ने सीबीआई को जांच के लिए भी दे दिया था लेकिन 2 साल से ऊपर होने के बाद भी सीबीआई अभी अपनी जांच पूरी नहीं कर पाई है. जांच पूरी होने में लगातार हो रही देरी को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट ने सीबीआई को कड़ी फटकार लगाई है.

दिल्ली हाईकोर्ट ने सीबीआई को कहा है कि इस मामले में वह अपनी स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करें और 20 अगस्त को कोर्ट दोबारा इस पर सुनवाई करेगा. कोर्ट में सुनवाई के दौरान सीबीआई के वकील ने कहा कि रेसलर नरसिंह यादव पर अभी भी जांच चल रही है. लेकिन कनाडा से जिस साइंटिस्ट का बयान लेना है उसे अभी तक रिकॉर्ड नहीं किया गया है. इसलिए अभी तक जांच पूरी नहीं हो पाई है.

Advertisement

सीबीआई ने कोर्ट को बताया है कि साइंटिस्ट को बयान देने के लिए कई बार बुलाया गया. कनाडा एम्बेसी के जरिये भी साइंटिस्ट से बयान देने को कहा गया है लेकिन अब तक वो नहीं आई हैं. इस पर नरसिंह यादव के वकील ने आपत्ति जताते हुए कहा कि ये नरसिंह के साथ नाइंसाफी है.

सीबीआई नरसिंह यादव के करियर के साथ खेल रही है. नरसिंह ने नाम लेकर बताया कि किसने उनके खाने में मिलावट की, लेकिन सीबीआई ने अब तक उस व्यक्ति से पूछताछ तक नहीं कर पाई है.

दरअसल नरसिंह यादव ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर कहा था कि उन्हें ओलिंपिक में खेलने से रोकने के लिये डोपिंग के आरोप में फंसाया गया था. इस वजह से उन्होंने सीबीआई से  गुजारिश की थी कि मामले में जांच करे. तीन साल पूरा होने पर भी सीबीआई कुछ नहीं कर पाई है.  2020 मार्च तक डोपिंग की वजह से नरसिंह यादव को एसोसिएशन ने खेलने से बैन किया हुआ है.

साल 2016 में रियो ओलंपिक में जाने से पहले नरसिंह यादव डोप में दोषी पाए गए थे, जिसके बाद नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (नाडा) ने उन पर 4 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया था. उसके बाद नरसिंह यादव ने सोनीपत के राई पुलिस थाने में शिकायत दी थी कि उनके साथ साजिश हुई है.

Advertisement

शिकायत में एक लड़के का नाम भी नरसिंह की तरफ से पुलिस को दिया गया लेकिन नरसिंह का आरोप है कि पुलिस का रवैया सुस्त रहा और कोई जांच नहीं की. मामला फिर सीबीआई को ट्रांसफर किया गया, लेकिन देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी की सुस्ती का शिकार एक बार फिर नरसिंह यादव को होना पड़ रहा है.

Advertisement
Advertisement